नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में मारे इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकित के शरीर पर चाकुओं के अनगिनत निशान थे. डॉक्टरों के मुताबिक अंकित के शरीर के हर हिस्से पर चाकू मारे गए थे. यहां तक की उसकी आंतों तक को निकाल लिया गया था. अंकित का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक किसी के शरीर में इतने ज़ख्म उन्होंने कभी नहीं देखे. अंकित की हत्या बहुत ही बेरहमी से की गई थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बताया जा रहा है कि अंकित शर्मा घटना वाले दिन घर से बाहर निकले तो उपद्रवियों को शांत कराने के लिए थे. देखते-देखते वे खुद ही भीड़ के बीच 'पीड़ित' के बतौर बुरी तरह फंस गए. उन्होंने भीड़ को चीख-चीख कर बताया कि, वो हिंसक भीड़ में शामिल लोगों के पड़ोसी और काफी पहले से परिचित हैं. इसके बाद भी मौत का नंगा नाच करने पर उतारू भीड़ ने बेबस-बेकसूर अंकित पर रहम नहीं खाया.



शहीद अंकित शर्मा मुजफ्फरनगर के बुढाना थाना क्षेत्र के इटावा गांव के रहने वाले थे. एडीएम अमित कुमार ने जानकारी दी कि अंकित शर्मा दिल्ली आईबी में कार्यरत थे. अंकित मंगलवार शाम से लापता थे, उसके पिता रविंदर शर्मा भी आईबी में कार्यरत हैं.


अंकित शर्मा के परिवार में मातम का माहौल है. बेटे के जाने की खबर सुनकर अंकित की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. बेटे की मौत से बेहद दुखी मां ने कहा कि उन्होंने अंकित को घर में ही रुकने के लिए कहा था. मां ने चाय पीने के लिए अंकित को रोकना चाहा लेकिन वह दूसरों को बचाने बाहर चला गए. मां के मुताबिक, उपद्रवियों ने उनके बेटे को घसीटा और मार डाला.