नई दिल्ली: साहित्य अकादमी ने विभिन्न भाषाओं के 23 लेखकों को सोमवार को अपना वार्षिक पुरस्कार प्रदान किया. साहित्य अकादमी के वार्षिक महोत्सव ‘फेस्टीवल आफ लेटर्स’ के पहले दिन यहां लेखकों को एक उत्कीर्ण की हुई तांबे की पट्टिका, एक शॉल और एक लाख रूपये नकद राशि प्रदान की गई.


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अधिकतर पुरस्कृत पुस्तकें सामाज और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित
पुरस्कार समारोह में साहित्य अकादमी के हाल में नये अध्यक्ष नियुक्त हुए चंद्रशेखर कंबार ने कहा कि अकादमी ‘‘देश के सभी समृद्ध एवं विविध साहित्यों को यहां साथ लाना जारी रखेगी.’’ अंग्रेजी, बोडो, तेलुगू, हिंदी और पंजाबी सहित सभी 23 भाषाओं में लिखी गई अधिकतर पुरस्कृत पुस्तकें सामाज और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित हैं.


अफसर अहमद की ‘सेई निखोंज मनुष्ठा’ बंगाली भाषा में लिखी गई है जो कि अपनी जमीन गंवाने वाले लोगों का संकट दिखाती है, वहीं असमी लेखक जयंत माधब बोरा की ‘मोरियाहोला’ विस्थापित लोगों के मुद्दों पर केंद्रित है. अंग्रेजी लेखक ममांग दाई की पुस्तक ‘द ब्लैक हिल’ अरूणाचल प्रदेश में भारत..तिब्बत सीमा पर जीवन के ऐसे मुद्दों की बात करती है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है. 


इन कवियों को मिला सम्मान
पुरस्कृत कवियों में उदय नारायण सिंह (मैथिली), श्रीकांत देशमुख (मराठी), भुजंगा टुडू (संथाली), निरंजन मिश्रा (संस्कृत) और टी देवीप्रिय (तेलुगू) शामिल हैं. पुरस्कृत लेखकों में शिव मेहता (डोगरी), गजानन जोग (कोंकणी), गायत्री सराफ (उड़िया) और मोहम्मद बेग एहसास (उर्दू) शामिल हैं.


(इनपुट - भाषा)