पटना : पिछले हफ्ते हुई शहाबुद्दीन की रिहाई को लेकर बिहार सरकार पर दबाव जारी रखते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बात पर स्पष्टीकरण मांगा कि किन वजहों से राजद के प्रभावशाली नेता को 11 साल जेल में रहने के बाद जमानत मिली।


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उन्होंने अपने निवास पर जनता दरबार के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘हम कुमार के इस उपेक्षापूर्ण रवैया को नहीं स्वीकर करते कि शहाबुद्दीन की जमानत से जुड़ा विवाद या उन पर शहाबुद्दीन का प्रहार मामूली मुद्दे हैं और यह कि उन पर उन्हें ध्यान देने या जवाब देने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के मंत्रियों और जदयू प्रवक्ताओं द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण भी संतोषजनक नहीं है।


भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री के इशारे पर उनके खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर राज्य के मंत्रियों को खरीखोटी सुनायी और कहा कि विपक्ष राजद नेता की रिहाई के इस मुद्दे को दबने नहीं देगा।


सुशील मोदी ने कहा कि सरकार के सभी घटक राजद, जदयू और कांग्रेस शहाबुद्दीन की राज्य प्रायोजित रिहाई के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदार हैं।


उन्होंने कहा कि दर्जनों मामलों में 11 साल से जेल में बंद पूर्व राजद सांसद को इसलिए जमानत मिली क्योंकि तीन साल पहले पटना उच्च न्यायालय से जारी नोटिस उन तक जान बूझकर नहीं पहुंचाया गया।