Delhi NCR Monsoon Update: दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जुलाई में भी सुकून नहीं है. सब मौसम (weather) की मार से परेशान हैं. पहले मार्च से जून तक गर्मी में चढ़ते पारे का ‘टैंट्रम’ बर्दाश्त करना पड़ा. फिर मॉनसून (Monsoon) ने आते ही पहले दिन इतना भिगो दिया कि राजधानी पानी-पानी होकर टापू में बदल गई. इतनी बारिश हुई कि दिल्ली दरिया सी बन गई. हिंदी महीनों की बात करें तो आसाढ़ (23 जून से लेकर 21 जुलाई) में मौसम (Mausam) ने अपनी ताकत दिखाने का जो तरीका बदला उससे लोग नई मुश्किल में पड़ गए. आगे सावन (22 जुलाई से 19 अगस्त) में भी राहत मिलने के आसार कम ही हैं. क्योंकि आसाढ़ और सावन चिपचिपा सा होता है. इस उमस भरी गर्मी में बिना AC के काम नहीं चलता, क्योंकि पंखे-कूलर सब फेल हो जाते हैं. पूरी देह चिपचिपी रहती है. शरीर एकदम चिपचिप करता है. कुल मिलाकर ये बड़ी सड़ियल और घुटन भरी गर्मी होती है. जिससे निजात पाने के लिए उस बारिश का इंतजार हो रहा है जो न सिर्फ धरती का कलेजा ठंडा करे, बल्कि लोगों की देह को  भी तरबतर करके गर्मी के पूरी तरह से विदा होने का अहसास करा सके.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्यों बादल कर रहे मोए-मोए और फूफा बनकर रूसा मॉनसून?


साल 2024 की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर में मॉनसून रूठा-रूठा है. बारिश भी एक-दो दिन छोड़ दिए जाएं तो कम ही हुई. रोज-रोज आसमान में बादलों का डेरा तो जमता है, लेकिन वो न गरजते हैं और ना ही बरसते हैं. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक तेज बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि आंशिक राहत भरी खबर भी वहीं से आई है कि 21 से 23 जुलाई तक मध्यम बारिश होने की संभावना है. आज के मौसम की बात करें तो दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम 32 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. आज भी बादल छाए रहेंगे. वहीं हल्की फुल्की बूंदा-बांदी यानी छिटपुट बारिश होने का अनुमान लगाया गया है.


आज कुदरत हुई बेज़ार है, बारिश का इंतज़ार है...


मॉनसून आने के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में बारिश (Rainfall) बैकफुट पर है. मॉनसून की इस बेरुखी को देखकर ही किसी को ये पंक्तिया सूझी होंगी- 'आज कुदरत बेजार है, बस बारिश का इंतजार है...' हालांकि IMD ने 21 से 23 जुलाई के बीच हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, हालांकि ये बस पूर्वानुमान है... खुद मौमस विज्ञानी कह चुके हैं कि वो इस बार भारत में एंट्री से लेकर उसके पूरे रूट तक उसका सही अनुमान नहीं लगा पाए. फिलहाल तो IMD ने जिन दो दिनों में फौरी राहत की बात की है उसके लिए एजेंसी ने येलो अलर्ट जारी किया  है. इन दो दिनों में दिल्ली का अधिकतम तापमान 33 से 35 रहने का अनुमान लगाया गया है. 


21 जुलाई के बाद कुछ दिन न सिर्फ दिल्ली-एनसीआर बल्कि यूपी और बिहार वालों को भी जबरदस्त राहत मिलने का अनुमान लगाया गया है. मौसम के इस अजब-गजब रंग के तकनीकि पहलुओं की बात करें तो मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा और आंध्र प्रदेश से सटे तट के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है. ये निम्न दबाव क्षेत्र जब जमीन की ओर बढ़ेगा तब देश के अंदरुनी हिस्सों में हवा का पैटर्न बदल जाएगा. खासकार यूपी, एमपी, बिहार, झरखंड और पश्चिम बंगाल में बारिश का पैटर्न बदलेगा. लेकिन दिल्ली इस प्रणाली की सीधी पहुंच से दूर है, लेकिन कुछ समय बाद हालात बदलेंगे तो यहां भी मानसून के होने का अहसास होगा यानी कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का मौसम बनेगा.


'स्काईमेट' के मुताबिक मॉनसून फिलहाल साउथ पर मेहरबान है. बीते 24 घंटों में तटीय कर्नाटक, केरल और तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई. आज कोंकण और गोवा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तरी तेलंगाना और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश का योग है. वहीं दक्षिण ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण मध्य प्रदेश, गुजरात, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश की तलहटी, बिहार और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. झारखंड, बिहार, बंगाल, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, रायलसीमा, तमिलनाडु, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है.