Delhi NCR AQI Latest Update: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुले जहर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. जहरीली हवा की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आखों में जलन और गले में खराश जैसी शिकायतें हो रही हैं. दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के सभी इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर है. दिल्ली में हर साल ठंड शुरू होने से पहले हवा में प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि लोग बीमारियों के शिकार बन जाते हैं. दिल्ली की हवा लगातार रेड जोन में है. हालांकि, ये बात अलग है कि दो दिन पहले की तुलना में कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन ये राहत ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी और गुरुवार तक प्रदूषण का स्तर इसी तरह बना रहेगा.


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आज भी दिल्ली का AQI 418, छाई धुंध की चादर


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी (CPCB) के समीर ऐप के मुताबिक, दिल्ली का आज (8 नवंबर) का AQI 418 के आस पास दर्ज किया गया है. इस वजह से कई इलाकों में धुंध की चादर छाई हुई है. दिल्ली से सटे नोएडा में भी हवा की स्थिति अभी भी गंभीर है और एक्यूआई 385 दर्ज किया गया है. इसके अलावा गाजियाबाद में एक्यूआई 382, गुरुग्राम में 370 और फरीदाबाद में 396 है.  इससे पहले मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बना हुआ था.


कब कितनी खराब होती है हवा


वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पैमाने के अनुसार, अगर यह 0 और 50 के बीच रहे तो वायु गुणवत्ता जांच को 'अच्छा' माना जाता है. वहीं, अगर यह 51 और 100 के बीच पहुंच जाए तो इसे 'संतोषजनक' और 101 से 200 के बीच रहे तो 'मध्यम' माना जाता है. अगर एक्यूआई 201 से ज्यादा हो जाए और 300 तक रहे तो इसे 'खराब' और 301 से 400 के बीच रहे तो 'बहुत खराब' माना जाता है. जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 401 और 450 के बीच हो तो 'गंभीर' और 450 से अधिक हो तो बेहद गंभीर माना जाता है.


कब मिलेगी वायु प्रदूषण से राहत?


पूरे दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) डेंजर जोन में है. हालांकि, इसके अगले 48 घंटों में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. उत्तर-पश्चिम हवाएं प्रदूषण अपने साथ उड़ा ले जाएंगी. मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. ये हवाएं लगातार 5 से 7 दिनों तक चल सकती हैं. इससे करीब 50 प्रतिशत प्रदूषण कम होगा. मौसम विशेषज्ञों का साफ तौर पर कहा है कि जब तक बारिश नहीं होगी, तब तक एयर क्वालिटी में ज्यादा सुधार की गुंजाइश बेहद कम है.


प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त 


दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से हालात बेहद खराब हो गए हैं. प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त है. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते  स्तर को लेकर NGT भी कड़ा कदम उठा सकता है. बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए सरकारों के काम काज के तरीकों पर सवाल उठाए हैं. एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने ऑड-ईवन फॉर्मूले को नाकाफी साबित कहा. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ किया कि पटाखों पर बैन को लेकर उसकी ओर से जारी किए गए दिशानिर्देश सिर्फ दिल्ली-NCR तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के सभी राज्यों पर लागू होता है. इसके अलावा आज NGT दिल्ली- एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर NGT सुनवाई करेगा.


दिल्ली में ऑड-ईवन पर सस्पेंस बरकरार!


दिल्ली में प्रदूषण से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. मंगलवार को भी दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बना रहा. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन फॉर्मूले पर सवाल उठाए हैं. मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस संजय किशन कौल ने ऑड-ईवन को अवैज्ञानिक करार दिया. इसके बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि कोर्ट के आदेश के अध्ययन के बाद ऑड-ईवन पर फैसला लिया जाएगा.