Delhi News: आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी ने एक बार फिर से विपक्ष की सरकार पर जमकर हमला बोला है. आतिशी ने कहा कि दिल्ली की चुनी हुई केजरीवाल सरकार के खिलाफ राजनैतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अफसरों ने आचार संहिता का बहाना बनाकर मीटिंग में आना छोड़ दिया है. 20 साल पुराने केस को उठाकर दिल्ली के सीएम के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया.


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आतिशी ने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने जा रही है. पिछले कुछ दिनों से किसी सीनियर अधिकारी की पोस्टिंग दिल्ली में नहीं हो रही है. कई विभाग खाली है, जिन पर अधिकारी मौजूद नहीं है. दिल्ली के LG भी बिना किसी वजह से गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिख रहे है कि सरकार काम नहीं कर रही है. मुख्यमंत्री केजरीवाल के पर्सनल सचिव को भी बेवजह हटाया जा रहा है. ये सारे संकेत है कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी चल रही है.



आतिशी ने आगे कहा कि भाजपा ने देख लिया है कि चुनावों में वे AAP को नहीं हरा सकते हैं, वे दिल्ली में चुनाव जीतने वाले नहीं है. इसलिए साजिश कर रहे हैं कि चुनी हुई लोकप्रिय सरकार को गिराया जाए. दूसरा कारण है कि अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा किए जा रहे काम, वे किसी भी अपने राज्य में ऐसी पॉलिसी लागू नहीं कर पायेंगे. उन्हें सबसे बड़ा खतरा अरविंद केजरीवाल के वादे से है, महिलाओं को हज़ार रुपये देने वाले वादे से. इससे रोकने के लिए भी यह साजिश रची जा रही है.


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आतिशी ने कहा कि मैं भाजपा को चेतावनी दे दूं कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना गैर कानूनी और गैर संवैधानिक होगा, जनादेश का अपमान होगा. हाल ही में केजरीवाल सरकार ने विधानसभा में अपना बहुमत पेश किया है. ऐसे में राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता है. उत्तराखंड के मामले में कोर्ट के आदेश से राष्ट्रपति शासन का आदेश खारिज कर दिया गया था. अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली विधानसभा में अपार बहुमत है.


आतिशी ने आखिर में कहा कि ये लोग (भाजपा) दिखाना चाह रहे हैं कि दिल्ली के संवैधानिक संकट हो गया है. जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट में भी जरूर जाएंगे. दिल्ली में 17 फरवरी को ही फ्लोर टेस्ट हुआ है, ऐसे में राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता है.