Delhi News: केशवपुरम में बुलडोजर चलने के बाद पहुंचे आप विधायक ने प्रभावित परिवारों का हाल जाना
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Delhi News: केशवपुरम में बुलडोजर चलने के बाद पहुंचे आप विधायक ने प्रभावित परिवारों का हाल जाना

Burari VidhanSabha: विधायक संजीव झा ने तोड़फोड़ कार्रवाई के दौरान अधिकारियों के लोगों से दुर्व्यवहार पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, गर्भवती महिला को घसीटकर घर से निकाला और फिर घरों पर बुलडोजर चलाया, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा. 

Delhi News: केशवपुरम में बुलडोजर चलने के बाद पहुंचे आप विधायक ने प्रभावित परिवारों का हाल जाना

नई दिल्ली: बुराड़ी विधानसभा के केशव नगर में रिहायशी इलाके में डीडीए के बुलडोजर चलने के बाद क्षेत्रीय विधायक संजीव झा कार्रवाई से प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचे. आम आदमी पार्टी से विधायक संजीव झा ने कहा कि डीडीए के अधिकारी और पुलिसकर्मियों ने मानवता को तार-तार करते हुए यह कार्रवाई की. लोगों को घरों से खींचकर निकाला गया और मकानों पर बुलडोजर चलाए गए. उन्होंने आज इस संबंध में अधिकारियों और सांसद से बातचीत करने की बात कही. 

केशव नगर इलाके में डीडीए ने लगातार 2 दिनों तक पीला पंजा चलाया गया. तोड़फोड़ के बाद से बेघर हुए लोग खुले आसमान के नीचे दिन रात बिताने को मजबूर हैं. जिन मकानों में लोग वर्षों से रह रहे थे, उन्हें अपनी आंखों से जमींदोज होते हुए देखा. डेमोलेशन के दौरान स्थानीय विधायक संजीव साथ दिल्ली से बाहर थे. आज लौटते ही वे पीड़ित लोगों का दर्द बांटने घटनास्थल पर पहुंच गए.

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उन्होंने कार्रवाई के दौरान अधिकारियों के लोगों से दुर्व्यवहार पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, गर्भवती महिला को घसीटकर घर से निकाला और फिर घरों पर बुलडोजर चलाया, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा.

विधायक संजीव झा ने कहा कि वह बहुत ही जल्द संबंधित अधिकारियों और सांसद मनोज तिवारी से मुलाकात करेंगे और यह तय किया जाएगा कि जो लोग अब घर बनाकर वर्षों से रह रहे हैं उनके घरों पर कभी बुलडोजर न चलाया जाए. संजीव झा ने यह भी कहा कि डीडीए इन लोगों को बेघर करने के लिए जिम्मेदार है. डेमोलेशन के वक्त बिजली के खंभे मीटर तक उखाड़ दिए गए. 

दरअसल स्थानीय लोगों का आरोप है कि अगर यहां पहले से DDA की लैंड पूलिंग की योजना थी तो यहां पर पहले से कोई  पोस्टर-होर्डिंग क्यों नहीं लगाए गए. बस 15 दिन पहले DDA ने अचानक जमीन खाली करने का नोटिस दे दिया गया. जब उन्होंने डीडीए अधिकारियों से इस बारे में बात की तो उन्होंने डेमोलेशन न करने का आश्वासन देते हुए इन लोगों को वापस भेज दिया था और फिर अचानक आ धमके और उनके बसे बसाए घर उजाड़ दिए.

इनपुट : नसीम अहमद