नई दिल्ली: भ्रष्टाचार मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद राजनीतिक दलों में जंग तेज होती जा रही है. 2024 चुनाव से पहले सभी पार्टियां प्रतिद्वंद्वी दल को देश और जनता के लिए नुकसानदायक साबित करने में तुली हैं. इस बीच आज आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अडानी मामले में एक और खुलासा किया. 


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उन्होंने कहा, कल मैंने अडानी घोटाले को लेकर खुलासा किया था और आज उसका का पार्ट टू लेकर आपके सामने आया हूं. आज जो जानकारी आपसे साझा करने जा रहा हूं, वो ऊर्जा मंत्रालय के एक पत्र से जुड़ा हुआ है. 


अडानी को रोका नहीं गया 
मंत्रालय के पत्र का हवाला देते हुए संजय सिंह ने कहा की इसमें साफ लिखा है कि जो खदानें अडानी को दी गई थीं, उसका आवंटन सुप्रीम कोर्ट रद्द कर चुका है. इसके बावजूद अडानी ग्रुप खदान से कोयला निकालकर अपने प्लांट में ले जा रहा है, जिसकी तत्काल जांच की जाए. सांसद ने कहा कि अब तक न तो जांच हुई और न ही ऐसा करने से अडानी को रोका गया है.  


उन्होंने कहा कि सिर्फ एक सरकार को धोखा नहीं दिया गया. सिर्फ एक लाख करोड़ रुपये की कोयला चोरी नहीं की गई, बल्कि अडानी ने गुजरात सरकार और वहां के लोगों के साथ भी धोखा किया. गुजरात सरकार द्वारा 150 मेगावाट बिजली देने का एग्रीमेंट हुआ था, लेकिन अडानी की कंपनी गुजरात को बिजली न देकर उसे महंगे दामों में बेच दिया गया, जो पूरी तरह से समझौते का उल्लंघन है. 


सबूतों के साथ आप सीबीआई के पास जाएगी 
ऊर्जा विभाग की चिट्ठी में लिखा है कि जो पारसा और कांता खदानों से कोयला निकाला गया और मानकों पर खरा न उतरने पर उस कोयले को अपने प्लांट में ले जाया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है. संजय सिंह ने कहा कि वे सोमवार को हम दस्तावेज के साथ सीबीआई के पास जाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे.