Palwal News: दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. साल 2024 में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे पहले AAP प्रदेश स्तरीय बदलाव यात्रा निकाल कर प्रदेश की जनता के बीच पहुंच रही है. बदलाव यात्रा के तीसरे दिन AAP प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने शिक्षा के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को जमकर घेरा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रदेश की बदहाल शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर हाईकोर्ट ने भी फटकार लगाई है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि हरियाणा सरकार कागजों की बजाय जमीन पर काम करे. हाईकोर्ट ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा है कि चार कमरों के निजी स्कूलों के बाहर तो लाइन लगी रहती है और सरकारी स्कूलों में बच्चे नहीं है. सुशील गुप्ता ने मनोहर सरकार पर आंकड़ों से खेलने का आरोप भी लगाया. 


सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में बिजली का कनेक्शन नहीं है. प्रदेश के कुछ स्कूलों से ये खबर भी सामने आई है कि जिन स्कूलों में बिजली के कनेक्शन हैं वहां शिक्षक बच्चों से पैसा इकट्ठा कर बिल भरते हैं. प्रदेश के 1,585 स्कूलों में शौचालय नहीं हैं, जिसमें से 550 स्कूल छात्राओं के हैं. उन्होंने कहा कि प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों में कुल 71 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इन सभी बातों को देखकर ये स्पष्ट हो जाता है कि मनोहर सरकार की प्राथमिकता में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था नहीं है.


ये भी पढ़ें- Haryana News: इसराइल के लिए 10 हजार श्रमिकों की भर्ती करेगी हरियाणा सरकार


सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल किया है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की AAP सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में क्रांति लाने का काम किया है. दिल्ली में AAP द्वारा बनाए वर्ल्ड क्लास स्कूलों की चर्चा विदेशों तक में हो रही है. पंजाब में सरकारी स्कूलों में भी शानदार काम हो रहा है, पंजाब सरकार ने अपना शिक्षा का बजट 340 परसेंट तक बढ़ा दिया है. वहीं हरियाणा सरकार ने शिक्षा का बजट 11.7 परसेंट घटा दिया, इससे साफ होता है कि हरियाणा सरकार की शिक्षा पर काम करने की मंशा ही नहीं है. हरियाणा सरकार ने बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है.


सुशील गुप्ता ने CM मनोहर लाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिए इजराइल के साथ समझौता किया है, जोकि प्रदेश के 10 हजार युवाओं को युद्ध में झोंकना है. इसराइल और हमास में युद्ध जारी है और मनोहर सरकार को वहां रोजगार के अवसर नजर आ रहे हैं. इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार को हरियाणा के युवाओं के भविष्य और जीवन की कोई फिक्र नहीं है.