New Delhi: दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD) में आम आदमी पार्टी की जीत हुई है. AAP ने 15 साल से MCD में काबिज भाजपा को हराकर जीत हासिल की है. वहीं इस जीत से आप के नेता और कार्यकर्ता में खुशी का माहौल है. वहीं अब देखना होगा कि आप सरकार अपने वादों पर कितना खरा उतरती है.


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बका दें कि दिल्ली में सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने MCD चुनाव से ठीक पहले कहा था कि  भाजपा ने जानबूझकर गुजरात के साथ MCD चुनाव कराया है. उन्होंने कहा कि लोगों ने हमें चक्रव्यूह में फंसाने की कोशिश की, लेकिन मैं नए जमाने के अभिमन्यू हूं. बीजेपी चाहे उन्हें कितना घेरने की कोशिश कर ले, लेकिन उनकों चक्रव्यूह को अच्छे से भेदना आता है. वहीं कल यानी मंगलवार को आए नतीजों ने इस बात को साबित कर दिया है. 


वहीं भाजपा ने चौथी बार MCD में वापस आने का सपना टूट गया. इसके लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. MCD चुनाव में जीत के लिए भाजपा ने कई राज्यों के मुख्यमंत्री से लेकर तमाम केंद्रिय मंत्रियों को प्रचार में लगाया था. इसके बाद भी भाजपा को जीत नहीं मिल सकी. वहीं केजरीवाल के पार्षद पूर्ण बहुमत के साथ नगर निगम में पहुंच गए. इस चुनाव में भाजपा ने लगातार आप को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा था. 


भाजपा ने आप को कभी तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन की कई सीसीटीवी फुटेज सामने आने पर कड़ा हमला किया था. वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले को लेकर टारगेट किया. पूरे चुनाव के दौरान भाजपा आप पर ही आरोप लगाने पर लगी रही, लेकिन पिछले 15 साल में किए गए कार्यों को ठीक से गिना न सकी. 


वहीं आप ने भी भाजपा पर आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन आप का एजेंडा पूरी तरह से आधारित रहा. आप के सभी नेता भाजपा को गली मोहल्लों में होने वाली साफ-सफाई, कूड़े के ढेर और लैंटर माफिया को लेकर प्रहार करती रही.