विरोध के बीच अग्निपथ योजना के तहत हरियाणा में पहली भर्ती रैली 11 से 25 अगस्त तक
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विरोध के बीच अग्निपथ योजना के तहत हरियाणा में पहली भर्ती रैली 11 से 25 अगस्त तक

अग्निपथ योजना के लेकर देश में पहली भर्ती हरियाणा के हिसार में होने जा रही है. हरियाणा में जल्द ही 4 जिलों में भर्ती रैलियों का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान 11 अगस्त से 25 अगस्त तक भर्ती रैली आयोजित की जाएगी. अभी तक हिसार में 12,500 आवेदकों ने पंजीकरण करवाया है.

विरोध के बीच अग्निपथ योजना के तहत हरियाणा में पहली भर्ती रैली 11 से 25 अगस्त तक

चंडीगढ़: हरियाणा में साल 2022-23 की सेना भर्ती रैली की तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं. जल्द ही 4 जिलों में भर्ती रैलियों का आयोजन किया जाएगा. केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत हिसार में 11 अगस्त से 25 अगस्त तक भर्ती रैली आयोजित की जाएगी. उसके बाद अंबाला, भिवानी और रोहतक में भी भर्ती रैलियां आयोजित की जाएंगी. मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारों जिला उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों के साथ वर्ष 2022-23 की सेना भर्ती रैली की तैयारियों के संबंध में स्टीयरिंग कमेटी की अध्यक्षता की.

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इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी जिलों में इन भर्तियों के सुचारू संचालन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं. भर्ती के दौरान अधिकारियों तथा आवेदकों के लिए रहने की व्यवस्था की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पहली भर्ती रैली का आयोजन हिसार में किया जा रहा है और अभी तक हिसार में 12,500 आवेदकों ने पंजीकरण करवाया है. पंजीकरण करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई है. इसलिए संभावित है कि आवेदकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. इसलिए भर्ती रैली के दौरान सभी व्यवस्थाएं जैसे शैचालयों का प्रबंध, पीने के पानी की व्यवस्था इत्यादि चाक-चौबंध होनी चाहिए. इसके अलावा, कोविड-19 के दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित की जाए.

उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए रैली स्थल पर फर्स्ट एड किट, पर्याप्त मात्रा में जरूरी दवा‌ईयां, एंबुलेंस और किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए अग्निशमन वाहन की व्यस्था भी की जाए. भर्ती के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और सुव्यवस्थित तरीके से गतिविधियों के संचालन हेतू पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. साथ ही, भर्ती के स्थान के आस-पास के क्षेत्र में भी गश्त की जाए. रैली स्थान पर एक अस्थाई कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि भर्ती के दौरान सामान्य ट्रैफिक की आवाजाही में कोई बाधा उत्पन्न न हो इसके‌ लिए भी उचित प्रबंध किए जाए.

उन्होंने कहा कि मानसून के मद्देनजर इन भर्ती रैलियों के दौरान बारिश की संभावना को देखते हुए जलभराव की समस्या आ सकती है, इसलिए जल निकासी हेतू वॉटर पंप का भी इंतजाम किया जाना चाहिए. इसके अलावा, बिजली विभाग के समन्वय से बिजली की निर्बाध आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाए और जरूरत के अनुसार जनरेटर सेट की व्यवस्था भी की जाए.

ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए
इस दौरान कौशल ने निर्देश दिए कि इन भर्ती रैलियों में युवाओं को अधिक से अधिक मौका मिले. इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाए. बैठक में बताया गया कि वर्ष 2017-18 में 1739 उम्मीदवारों की भर्ती हुई थी. इसी प्रकार 2018-19 में 1149 तथा 2019-20 में 2521 की भर्ती हुई थी. इस बार इन चार जिलों में भर्ती रैलियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं के भाग लेने की उम्मीद है. बैठक में बताया गया कि इन भर्ती रैलियों के दौरान उम्मीदवारों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन और बस अड्डों से रैली स्थल तक आने-जाने के लिए विशेष रूप से बसों की व्यवस्था की जाएगी. अंबाला जिले के लिए उम्मीदवार 5 अगस्त से पंजीकरण करवा सकते हैं.

जिला उपायुक्तों ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि एआरओ (ARO) के साथ बैठकें की जा चुकी हैं और भर्ती रैलियों को लेकर संबंधित विभागों को उनके कार्य और उत्तरदायित्व सौंप दिए गए हैं. सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएंगी और किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.

बैठक में सैनिक और अर्ध सैनिक कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वी एस कुंडू, जोनल भर्ती अधिकारी, हेडक्वार्टर रिक्रूटिंग जोन, अंबाला, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था संदीप खिरवार, सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग के महानिदेशक विनय सिंह और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की अति‌रिक्त निदेशक (प्रशासन) वर्षा खंगवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

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