Aman Sehrawat: शुक्रवार को भारत को रेसलिंग में पहला मेडल मिला. हरियाणा के अमन सहरावत ने  पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता और इसी के साथ वो देश के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट बन गए हैं. अमन ने  फ्री-स्टाइल 57kg कैटेगरी में प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. 


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वजन ने बढ़ाई चिंता
अमन के लिए रेसलिंग में मेडल जीतने का सफर इतना आसान नहीं रहा. दरअसल, मैच से ठीक पहले अमन का वजन 61 किलो हो गया था, जो 57kg कैटेगरी में खेलने के लिए 4 किलो ज्यादा है. हाल ही में 50 किलोग्राम भारवर्ग में रेसलर विनेश फोगाट महज 100 ग्राम ज्यादा वजन की वजह से फाइनल में पहुचने के बाद डिसक्वालीफाई हो गईं, जिसके बाद अमन चिंता और ज्यादा बढ़ गई. 


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महज 10 घंटे में कम किया वजन
विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने के बाद अमन के कोच ने महज 10 घंटे में उनका 4 किलो से ज्यादा वजन कम कराया. सीनियर भारतीय कोच जगमंदर सिंह और वीरेंद्र दहिया ने रात में हर घंटे अमन का वजन नापा और वजन कम कराने के लिए एक्सरसाइज कराते रहे. अमन का वेट कम करने के दौरान  नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी और फिर कॉफी दी गई. अमन ने वजन कम करने के लिए मैट सेशन, ट्रेडमिल पर दौड़, सौना बाथ और हल्की जॉगिंग की.सारी कोशिशों के बाद अमन का वजन सुबह 4.30 बजे 56.9 किलोग्राम हो गया.


देश के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट बने
पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद अमन सेहरावत देश के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट बन गए हैं. उन्होंने महज 21 साल 24 दिन की उम्र में ब्रॉन्ज मेडल जीता. इससे पहले पीवी सिंधु ने 21 साल एक महीने 14 दिन की उम्र में रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था. अमन ने पीवी सिंधु के इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.