Ambala News: किसानों ने दिया असीम गोयल के घर के बाहर धरना, बोले- साथियों को रिहा कराओ वरना कह दो उनकी चलती नहीं
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Ambala News: किसानों ने दिया असीम गोयल के घर के बाहर धरना, बोले- साथियों को रिहा कराओ वरना कह दो उनकी चलती नहीं

Haryana News: किसानों ने कहा कि अगर 105 महीने भी लग जाएं फिर भी एमएसपी गारंटी लेकर रहेंगे. हमारा आंदोलन अकेला किसानों के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है.

Ambala News: किसानों ने दिया असीम गोयल के घर के बाहर धरना, बोले- साथियों को रिहा कराओ वरना कह दो उनकी चलती नहीं

Ambala Farmer Dharna: एमएसपी की गारंटी और गिरफ्तार किसानों की रिहाई समेत कई मांगों को लेकर मंगलवार को हरियाणा और पंजाब के किसानों ने दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक बीजेपी नेताओं के घर के बाहर सांकेतिक धरना दिया. इस क्रम में अंबाला में किसानों ने परिवहन मंत्री असीम गोयल की कोठी के बाहर धरना दिया.  BKU शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत मोहड़ी और जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह समेत किसानों का कहना है कि असीम गोयल निर्दोष किसानों को रिहा करवाएं अन्यथा बोल दें कि सरकार में उनकी चलती नहीं है. प्रशासन उनकी सुनता नहीं है. 

पिछले 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं, लेकिन अब तक किसानों की मांगों पर कोई फैसला नहीं हो पाया है. किसान आंदोलन ने हिस्सा लेने पर वाटर कैनन बॉय के नाम से जाने जाने वाले युवा किसान नवदीप जलबेड़ा व गुरकीरत शाहपुर की गिरफ्तारी हुई थी, तब से दोनों जेल में है. इनकी रिहाई के लिए किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार पर दबाव बना रहे हैं. धरनारत किसानों का कहना है कि उनके साथियों को बेबुनियाद केस बनाकर जेल में डाला गया. असीम गोयल परिवहन मंत्री है. उनके पास पावर है. वे किसानों को रिहा करवा सकते हैं.

13 फरवरी को किसानों और पुलिस में हुआ था टकराव  
किसानों ने कहा कि 9 फरवरी को हरियाणा सरकार ने बड़ी दीवारें लगाकर किसानों का रास्ता रोक दिया था. 13 फरवरी को निहत्थे किसानों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया. करीब 400 किसान घायल हुए. गोली लगने से एक किसान की मौत हो गई. दो से तीन किसानों की आंखें खराब हो गईं. तत्कालीन गृहमंत्री अनिल विज ने पुलिस द्वारा किए इस कृत्य की जिम्मेदारी भी ली. 

आंदोलन किसानों नहीं, पूरे देश के लिए 
किसानों ने कहा कि अभी तो धरने को 105 दिन ही हुए है. अगर 105 महीने भी लग जाएं फिर भी एमएसपी गारंटी लेकर रहेंगे. हमारा आंदोलन अकेला किसानों के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है. अनाज की कालाबाजारी कर रहे कॉर्पोरेट के खिलाफ है. कॉर्पोरेट की कालाबाजारी को बंद करने के लिए, किसानों को फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिए हम आंदोलन कर रहे हैं. 

MSP गारंटी से रुकेगी अनाज की कालाबाजारी 
किसानों ने कहा कि हरियाणा और पंजाब में गेंहू और धन की फसल पर एमएसपी दिया जाता है, लेकिन कई जगह ऐसा नहीं है. बाकी फसलों पर एमएसपी की गारंटी मिलने से कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा और जरूरत की चीजें महंगी नहीं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी मिलने से किसानों को उन की फसल का अच्छा रेट मिलने लगेगा.