Ram Mandir Pass: QR कोड से मिलेगा मंदिर में प्रवेश, ट्रस्ट ने जारी किया एंट्री पास
Ram Mandir Entry Pass: श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से `X` पर पोस्ट करके इस बात की जानकारी दी गई है कि 22 जनवरी को मंदिर में प्रवेश के लिए एंट्री पास जारी किया गया है, जिसमें QR Code के मिलान के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा.
Ram Mandir Inauguration Pass: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जानी है, जिसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं. 22 जनवरी के दिन अयोध्या को अभेद्य किले में तब्दील . कर दिया जाएगा, बिना अनुमति के कोई भी बाहरी व्यक्ति अयोध्या में प्रवेश नहीं कर सकेगा. जिन लोगों के पास रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण है केवल वही लोग अयोध्या जा सकेंगे. इसके साथ ही श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक एंट्री पास जारी किया गया है, जिसमें QR Code के माध्यम से लोगों को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया जाएगा.
'X' पर पोस्ट कर दी जानकारी
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 'X' पर पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा है कि 'प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी: भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा। प्रवेशिका का एक प्रारूप संलग्न है।'
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी एंट्री पास में आने वाले लोगों का नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर और कैटेगरी के बारे में जानकारी दी गई है. इसके साथ ही एंट्री पास में इसे जारी करने वाले के हस्ताक्षर भी होंगे. कार्ड में QR Code होगा, जिसके मिलान के बाद ही लोगों को मंदिर परिसर में प्रवेश दिया जाएगा.
7 हजार से अधिक मेहमान पहुंचेंगे अयोध्या
22 जनवरी को होने वाले आयोजन के लिए देशभर के लगभग 7 हजार लोगों को निमंत्रण भेजा गया है, जिसमें मंदिर के पुजारी, राजनेता, बिजनेसमैन, अभिनेता और खिलाड़ियों सहित कई VIP शामिल हैं.
16 जनवरी से शुरू हुए आयोजन
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के अनुष्ठान 16 जनवरी को शुरू हो गए हैं. आज प्राण-प्रतिष्ठा के अनुष्ठान का चौथा दिन है. इससे पहले तीसरे दिन रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर रखा गया. 4.24 फीट ऊंची रामलला की मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. वहीं आज से अस्थाई मंदिर में रामलला के दर्शन बंद हो जाएंगे.