नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ महीनों से बुलडोजर का कहर दिल्ली के कई इलाकों में देखने को मिला रहा है. इसी कड़ी में बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के सुभाष कैंप में DDA के द्वारा नोटिस चिपकाया गया है, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि यह जमीन DDA की है. इसे खाली कर शीघ्र ही डिमोलिशन कर दिया जाएगा, जिसके बाद सुभाष कैंप में रह रहे लोगों की रातों की नींद उड़ गई है.


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जो तस्वीरें आप देख रहे है यह तस्वीर बदरपुर के सुभाष कैंप कि जहां DDA के द्वारा इस झुग्गी में रह रहे लोगों को मकान खाली करने का आदेश दिया गया है, तो वहीं नोटिस भी दीवारों पर चिपकाया गया है, जिस पर साफ तौर पर लिखा गया है कि यह जमीन DDA की है और इसे खाली कर दे. अन्यथा डिमोलिशन कर दिया जाएगा.


जहां झुग्गी वहीं मकान... दूसरी तरफ DDA का नोटिस


वहीं, सुभाष कैंप के स्थानीय लोगों ने बताया कि जहां इस नोटिस के बाद हमारे कैंप के 10 से 12 मकानों को तोड़ दिया गया है तो अब हम लोगों की नींद भी उड़ गई है. आखिर एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि जहां झुग्गी वहीं मकान तो दूसरी तरफ हमें DDA के द्वारा नोटिस दिया जाता है और हमारे मकानों को खाली करने का आदेश मिलता है.


उन्होंने कहा कि नहीं करने पर डेमोलेशन की बात कही गई है. पहले पीएम मोदी तो हम लोगों के घर बस आए नहीं और उससे पहले हमें उजाड़ा जा रहा है. हम अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ कहां जाएं जबकि इस सुभाष कैंप में तकरीबन 15 से 20000 लोग रहते हैं. अगर हमारे मकानों को तोड़ा जा रहा है तो पहले हमें सरकार घर दे क्योंकि हम लोगों को यहां रहते हुए 50 साल से अधिक हो गया है.


वही यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि हमें 7 अप्रैल तक का समय दिया गया है और कहा है कि अगर आप लोग अपना मकान नहीं खाली करते हैं तो इसे हमें मजबूरन तोड़ना पड़ेगा. ऐसे में हम कहां जाएं सरकार चुनाव के समय हमें फ्लैट दिखाकर यह कहा थी कि सभी झुग्गी वासियों को फ्लैट दिया जाएगा. तब उनके मकानों को तोड़ा जाएगा. मगर हमें घर तो दिया नहीं उससे पहले ही हमारा आशियाना उजाड़ने पर सरकार तुल गई है.


(इनपुटः हरिकिशोर शाह)