फैक्ट्री के सिक्योरिटी गार्ड की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने मांगा मुआवजा
बताया गया है कि गार्ड बिजली के हीटर के पास तपिश ले रहा था, तभी वह उस पर गिरकर बुरी तरह झुलस गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
जगदीप/बहादुरगढ़: सेक्टर-17 में जूते की फैक्ट्री के सिक्योरिटी गार्ड की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि सिक्योरिटी गार्ड सर्दी से बचने के लिए बिजली के हीटर से तपिश ले रहा था, उसी दौरान वह हीटर पर गिर गया और बुरी तरह झुलस गया. उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सिक्योरिटी गार्ड के परिजनों ने उसकी मौत पर सवाल खड़े किए. साथ ही मुआवजा देने और पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की.
मूल रूप से बिहार निवासी सिक्योरिटी गार्ड रणजीत प्रसाद पिछले 30 साल से सेक्टर 17 में जूते की फैक्ट्री में काम कर रहा था. हादसा रविवार को हुआ. बताया गया है कि हादसे के समय रंजीत प्रसाद फैक्ट्री में अकेला था. सर्दी से बचने के लिए वह बिजली के हीटर के पास बैठकर तपिश ले रहा था, उसी दौरान अचानक वह हीटर पर गिर गया.
सामने स्थित एक फैक्ट्री की छत पर कुछ बच्चे खेल रहे थे. जब उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर पर पड़े देखा तो शोर मचा दिया. फैक्ट्री मालिक सिक्योरिटी गार्ड को झुलसी अवस्था में सामान्य अस्पताल ले गया. गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया, लेकिन फैक्ट्री मालिक उसे नजदीक के प्राइवेट अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए लेकर गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
रंजीत के परिजनों को जब मामले की सूचना मिली तो वे अस्पताल पहुंचे और सिक्योरिटी गार्ड की मौत पर सवाल खड़े करने लगे. पीड़ित परिजनों ने फैक्ट्री मालिक से उचित मुआवजा देने की मांग की. हालांकि फैक्ट्री मालिक ने प्रारंभिक तौर पर आर्थिक सहायता के लिए एक लाख रुपये दिए. इतना ही नहीं उन्हें रंजीत का पीएफ का सारा पैसा भी जल्द दिलवाने का आश्वासन दिया. पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. जांच अधिकारी योमेश कुमार ने बताया कि रंजीत प्रसाद का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.