Bhiwani: वित्त मंत्री के गृह जिले में अव्यवस्थाओं का अंबार, न पीने का पानी, न सड़क
Bhiwani News: वित्त मंत्री जेपी दलाल के गृह जिले भिवानी में अव्यवस्थाओं का अंबार है, यहां रहने वाले लोग पीने के पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के मोहताज हैं. विधायक से शिकायत के बाद भी उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा.
Bhiwani News: हरियाणा के वित्त मंत्री जेपी दलाल के गृह जिले भिवानी में अव्यवस्थाओं का अंबार है. यहां के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. गांव की सड़कें टूटी है, वहीं लावारिस पशुओं की वजह से खेतों की फसल खराब हो रही हैं. स्थानीय विधायक के पास शिकायत करने के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ, जिसकी वजह से लोगों ने विधायक के प्रति भी आक्रोश जताया. साथ ही सरकार पर गांवों पर ध्यान न देने का भी आरोप लगाया.
हरियाणा के भिवानी में अव्यवस्थाओं का अंबार है. लंबे समय से लोग पीने के पानी, टूटी सड़कों, लावारिस पशुओं सहित कई समस्याओं से परेशान हैं. बावजूद इसके लोगों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा. स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्य मार्गों की सड़क टूटी हुई हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है. लगभग 5 साल से इसकी शिकायत की जा रही है, इसके बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ. प्रशासन जान-बूझकर समस्याओं से अनजान बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- Rajya Sabha Election: हरियाणा में खाली राज्यसभा सीट पर नवीन जयहिंद का दावा, कहा- कई विधायक समर्थन में
भिवानी में सड़कों पर बरसाती पानी जमा हो जाता है, जो कई-कई दिनों तक नहीं निकलता. जलभराव की वजह से लोगों को काफी समस्या होती है. गांव में पीने के साफ पानी और सिंचाई की भी समस्या है. साथ ही गांव में लावारिस पशुओं के आतंक की वजह से फसलों को काफी नुकसान होता है. भिवानी की जनता ने बताया कि हम इसकी शिकायत कई बार कर चुके हैं, लेकिन समस्याओं का कोई भी समाधान नहीं निकाला जाता. खानापूर्ति के लिए एक दो बार कोई काम कर देते है , लेकिन अगले दिन फिर वही समस्या बन जाती है. लोगों का कहना है कि वो प्रशासन व सरकार की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं.
हरियाणा में इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में मौजूदा सरकार को अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए जल्द से जल्द लोगों की समस्या का निराकरण करना होगा. अब देखना होगा कि आने वाले समय में सरकार लोगों की नाराजगी को दूर कर पाती है फिर इसका खामियाजा उन्हें आगामी चुनाव में भुगतना पड़ता है.
Input- Naveen Sharma