Bhiwani News: दीपावली के बाद छोटी काशी भिवानी में जगह-जगह गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया. बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए और कतारों में लगकर अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण करते नजर आए. मुख्यतः लस्सी, बेसन की कढ़ी, सब्जी और पूरी का प्रसाद वितरित किया गया. इसी क्रम में भिवानी की राजपूत धर्मशाला में आयोजित प्रसाद वितरण कार्यक्रम में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौ. धर्मबीर सिंह और विधायक घनश्याम सर्राफ ने नागरिकों को प्रसाद वितरित किया.


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108 प्रकार को लगाया जाता है भोग
प्राचीन परंपरा के अनुसार, गोवर्धन पूजा हर दीपावली के अगले दिन मनाई जाती है. हालांकि, इस बार एक दिन की देरी से शनिवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन पर्वत और गाय की पूजा की जाती है, साथ ही 56 या 108 प्रकार के भोग का प्रसाद बनाकर भगवान को अर्पित किया जाता है, जिसे अन्नकूट कहते हैं. धार्मिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से गोवर्धन पर्वत उठाकर बृजवासियों को देवराज इंद्र के प्रकोप से बचाया था.


एकता की ताकत के लिए भोज
सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि अन्नकूट का असल उद्देश्य एकता की ताकत को प्रदर्शित करना है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में हमें शपथ लेनी चाहिए कि हम वर्षभर एकजुटता और भाईचारे को बढ़ाने के लिए मिलकर भोज करेंगे. साथ ही, उन्होंने हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनने के बाद विकास कार्यों में तेजी लाने का संकल्प भी व्यक्त किया.


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हर साल मनाया जाता है पर्व
वहीं, इस दौरान विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत अपनी छोटी उंगली पर उठाकर आश्रय दिया था, इसी वजह से गोवर्धन पूजा और अन्नकूट की परंपरा हर साल धूमधाम से मनाई जाती है. वहीं, इस दौरान नागरिक शिवरत्न गुप्ता ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम सामाजिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं, इसलिए इस प्रकार के आयोजन महत्वपूर्ण हैं.

INPUT- Naveen Sharma