Bhiwani News: भिवानी के गांव रोहनात के ग्रामीण लगातार अपनी मांगों को लेकर लगभग 6 महीने से धरने पर थे. जोकि आज स्थगित कर दिया है. बता दें कि आंदोलनकारी वेदप्रकाश ने आहत होकर धरने पर ही आत्महत्या कर ली. इसी बीच विपक्ष और यूनियनों और संगठन के नेताओं ने धरने को सर्मथन दिया और ग्रामीण के साथ मांगों की आवाज बुलंद की.


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गौरतलब है कि देश की आजादी की पहली जंग में 1857 में रोहनात गांव के लोगों ने बड़ी कुर्बानियां दी थी. जिसके चलते अंग्रेजों ने इस गांव के लोगों पर बुलडोजर तक चलवाए. पूरे गांव को तोप से तबाह किया था. गांव की पूरी जमीन नीलाम कर दी थी. देश आज़ाद होने के बाद से रोहनात गांव के निवासी अपनी जमीन पाने, गांव को शहीद का दर्जा देने और आजादी की जंग में कुरबानी को लेकर किए गए वादों को लेकर तब की सरकार से मांग को लेकर बार बार आंदोलन करते हैं.


इसी के चलते बीते साल गांव में धरने पर संतलाल नामक व्यक्ति की धरने पर हार्ट अटैक से मौत हुई थी. जिसके बाद मामला काफी गर्म रहा और अब 10 दिन पहले वेद प्रकाश द्वारा भिवानी लघु सचिवालय के बाहर धरना पर आत्महत्या करने से मामला सुर्खियों में है.


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आज प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच छठी दौर की बातचीत के बाद मांगो पर सहमति बनी है. वेद प्रकाश और संतलाल के परिवार को आर्थिक सहायता दी गई. साथ ही दोनों के पुत्रों को नौकरी का नियुक्ति पत्र प्रशासन की तरफ से दिया गया इसके साथ ही पुत्र वधू की नौकरी के लिए एक महीने का समय दिया गया.


इसी के साथ बता दें कि गांव की जमीन की नीलामी को लेकर गांव रोहनात की जमीन के रिकॉर्ड के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. अब ग्रामीण और कमेटी के सदस्य सीएम से मुलाकात करेंगे. तब तक धरना स्थगित किया गया है.


INPUT: NAVEEN SHARMA