Car Hit And Drag Case: अंजलि केस में 1 अप्रैल को चार्जशीट दाखिल कर सकती है दिल्ली पुलिस
Car Hit And Drag Case: अंजलि को कार से घसीटे जाने का सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ था. निधि ने दावा किया था कि अंजलि चिल्ला रही थी, लेकिन कार सवार लोगों ने उस पर ध्यान नहीं दिया था. पुलिस ने मामले में 7आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
नई दिल्ली: Car Hit And Drag Case: 1 जनवरी 2023 की तड़के 20 वर्षीय अंजलि सिंह को टक्कर मारने के बाद करीब 12 किमी तक घसीटे जाने से मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. इस मामले में पुलिस 1 अप्रैल को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में 1 अप्रैल को चार्जशीट दाखिल कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूत्र ने कहा कि आरोपपत्र का मसौदा तैयार है. सभी सबूतों के साथ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल जाएगी, ताकि गुनहगारों को कड़ी सजा दी जा सके. एक एसीपी और एक इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी अदालत के समक्ष अभियोजन पक्ष को साबित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं.
डीसीपी हरेंद्र के. सिंह के अनुरोध पर नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधीनगर के पांच विशेषज्ञों की टीम को विशेष रूप से सुल्तानपुरी बुलाया गया था. उनकी रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है, जिसके बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी. सभी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, हत्या, साक्ष्य छुपाने समेत आईपीसी की कई धाराओं के तहत चार्जशीट फाइल की जाएगी.
सीसीटीवी वीडियो हुआ था वायरल
घटना के बाद पुलिस ने पहले लापरवाही से हुई मौत का मामला दर्ज किया था, लेकिन बाद में इसमें आईपीसी की अन्य धाराएं जोड़ी गईं. एक अन्य सूत्र ने बताया कि अंजलि की दोस्त निधि की गवाही इस मामले में अहम भूमिका निभाएगी. अंजलि को कार से घसीटे जाने का सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ था. निधि ने दावा किया था कि अंजलि चिल्ला रही थी, लेकिन कार सवार लोगों ने उस पर ध्यान नहीं दिया था. पुलिस ने मामले में 7आरोपियों- अमित खन्ना, मिथुन, कृष्ण, मनोज मित्तल और दीपक खन्ना, कार मालिक आशुतोष भारद्वाज और अमित खन्ना के भाई अंकुश खन्ना को गिरफ्तार किया था, लेकिन अंकुश को अदालत ने जमानत दे दी थी.
शरीर पर चोट के 40 निशान मिले थे
ऑटोप्सी से पता चला कि अंजलि के शरीर पर चोट के 40 निशान थे. उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और ब्रेन मैटर भी गायब था. अंजलि को जिस रास्ते से घसीटा गया उस रास्ते पर तैनात कुल 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उन्हें अंजलि के बारे में अच्छी तरह पता था कि वह कार में फंस गई थी लेकिन वे भी डर के मारे कार चलाते रहे.