Delhi Excise Policy Case: दिल्ली के कथित शराब घोटाले को लेकर CBI आज दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से पूछताछ कर रही है. इसके पहले भी CBI द्वारा सिसोदिया के घर पर 14 घंटे से ज्यादा की छापेमारी और बैंक लॉकर की तलाशी ली जा चुकी है. CBI के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन 25 बिंदुओं के आधार पर CBI ने सवालों की फ़ेहरिस्त तैयार की है, जो मनीष सिसोदिया से पूछे जाएंगे. 


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मनीष सिसोदिया से CBI करेगी ये सवाल- 


1. पुरानी आबकारी नीति की जगह नई आबकारी नीति लाने का फैसला किसका था ?


2. सबसे पहली मीटिंग में कौन-कौन लोग मौजूद थे ?


3. पहली मीटिंग में किसने अपनी क्या राय दी थी, क्या उस मीटिंग के मिनट्स बनाये गए थे या नहीं ?


4. नई आबकारी नीति लाने से सरकार को किस तरह फायदा होता. उसके बारे में बताइए और अगर फायदा होता तो कितना होता और कैसे होता ?


5. शराब के ठेके देने की जो टेंडर प्रक्रिया निकाली गई थी, उसका अंतिम फैसला किसका था ?


6. टेंडर भरने वालों की टर्म एंड कंडीशन क्या थीं ? और ये किसने फाइनल की थी ?


7. कितने लोगों ने टेंडर भरा था, उनकी सिक्योरिटी मनी कितनी थी. ऐसी कितनी कंपनियां थी जिनको टेंडर मिल सकता था और अगर उनको टेंडर नही मिला तो क्यों नहीं मिला ?


8. शराब बेचने वालों का कमीशन बढ़ाने के पीछे की वजह क्या थी और इसका अंतिम फैसला किसने लिया था ?


9. पुराने नियमों के खिलाफ शराब बनाने वाली कंपनी को रिटेल में शराब बेचने की अनुमति किसने दी थी, किस अधिकारी ने उस फाइल पर आपत्ति जताई थी ?


10. तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर आरव गोपी कृष्णा का इस नीति को बनाने में क्या रोल था ? क्या उन्होंने कभी कोई आपत्ति जताई थी ?


11. जब शराब बेचने की पुरानी नीति के तहत सरकार को फायदा हो रहा था तो ऐसी क्या वजह थी कि कुछ कंपनियों को कोविड का लाभ दिया गया ?


12. क्या आपको ये पता था कि जिन लोगों को शराब बेचने की अनुमति आप दे रहे हैं वो सब एक दूसरे को किसी न किसी तरह जानते थे ?


13. विजय नायर का शराब पॉलिसी बनाने में क्या रोल था ?


14. अगर विजय नायर को कोई रोल नहीं था तो वो इन सभी कंपनी वाले से किसी न किसी तरह लगातार संपर्क में क्यों था ? क्या आपको इस बात की जानकारी थी ?


15. तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर आरवा गोपी कृष्णा का इस पॉलिसी को लेकर क्या मानना था ? क्या उन्होंने कभी आपको इस पॉलिसी को लागू नहीं करने के लिए कहा था ?


16. क्या डिप्टी कमिश्नर आनंद तिवारी और असिस्टेन्ट कमिश्नर पंकज भटनागर ने इस शराब नीति को लेकर कोई आपत्ति जताई थी या नहीं ?


17. क्या आपको पता था कि इस शराब नीति को बनाते वक्त, अर्जुन पांडे, विजय नायर, दिनेश अरोड़ा, लगातार लाइसेंस धारकों से संपर्क में थे ? हम ये जानना चाहते है कि एक सरकारी नीति को बनाने में इन प्राइवेट लोगों की क्या दिलचस्पी थी ?


- अर्जुन पांडे, दिनेश अरोड़ा और विजय नायर ने लायसेंस धारकों के साथ कितनी मीटिंग की थी और वो मीटिंग्स कहां-कहां हुई, क्या आपको इस बात की जानकारी है ?
- उन मीटिंग को करने के लिए इन लोगों को किसने अधिकृत किया था ?
- पॉलिसी बनाने को लेकर होने वाली सरकारी मीटिंग में कौन-कौन प्राइवेट आदमी शामिल होते थे ?
- ऐसे लोगों को शामिल करने की क्या वजह थी ?


18. शराब के ठेकों के लाइसेंस धारकों ने आखिर क्यों करोड़ो रूपये आपके करीबियों और जानकारों के बैंक अकाउंट में दिए ?


19. क्या आपको पता है कितनी रकम इन लोगों को कैश में दी गई है ?


20. क्रेडिट नोट देने की वजह क्या थी ? ये किसका फैसला था ?


21. क्या आपको पता है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इस पॉलिसी को लागू करने के दौरान क्या-क्या फायदे उठाए ?


22. क्या आपको मालूम है कि पॉलिसी लागू करने के दौरान करोड़ो रूपये का लेनदेन हुआ ? हमारी जानकारी में है कि इसका फायदा आपको भी पहुंचा है. हम आपसे जानना चाहते है कि क्या कभी आपने किसी लाइसेंसी धारक से किसी भी तरह का फायदा उठाया है ?


23. आपके सरकारी काम में प्राइवेट लोग किस किस तरह का काम करते हैं और क्यों करते हैं ?


24. अगर आपको लगता है कि ये एक्साइज पॉलिसी सबसे अच्छी थी तो इसको वापस क्यों लिया गया ?


25. क्या आपको पता नहीं था कि पॉलिसी वापस लेने से शराब के लाइसेंस धारकों को करोड़ो रूपये का नुकसान हो सकता है ? क्या किसी शराब के लाइसेंस धारक ने अपने नुकसान का कोई विरोध किया था ?


नोट- ये सिर्फ CBI की लाइन ऑफ इन्वेस्टिगेशन है, इसको लेकर ही CBI घुमा-फिराकर मनीष सिसोदिया से सवाल करेगी.