Chaitra Navratri 2023 6th Day Maa Katyayni Puja: चैत्र नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के छठे रूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि मां को खोज की देवी कहा जाता है. मां दु्र्गा के कात्यायनी रूप की पूजा करने से सभी इंद्रियों पर काबू करने की शक्ति मिलती है. कात्यायनी रूप ने ही असुरों और दानवों का नाश करके लोगों की रक्षा की थी. ऐसा भी कहा जाता है कि  मां कात्यायनी की पूजा करने से विवाह संबंधित परेशानियां और रिश्ता न मिलने से भी छुटकारा मिल जाता है. 


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मां कात्यायनी पूजा शुभ मुहूर्त (Maa Katyayni Puja Shubh Muhurat)
26 मार्च दोपहर 4.32


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ऐसा है मां कात्यायनी का स्वरूप  (Maa Katyayni Story)
ऋषि कात्यायन की बेटी हुई थी जिसका नाम कात्यायनी रखा गया. मां कत्यायनी के 4 भुजाएं हैं, जिसमें एक हाथ में कलम, एक में तलवार और दो भुजाएं अभय मुद्रा धारण की हुईं हैं. मां कत्यायनी की सवारी शेर है. मां को पीला रंग प्रिय होता है. 


मां कात्यायनी मंत्र (Maa Katyayni Puja Mantra)
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः 


मां कात्यायनी पूजा विधि (Maa Katyayni Puja Vidhi)
- नवरात्रि के छठे दिन सुबह स्नान करके मां कात्यायनी को लाल रोली, हल्दी और सिंदूर लगाएं. 
- पूजा के समय मंत्र का जाप करें और मां को फूल अर्पित करें. 
- मां कात्यायनी को शहद का भोग जरूर लगाएं. 
- मां कात्यायनी की आरती करें.