Chandigarh News: कोरोना कर्मचारी (Corona Worker) अपनी नौकरी बहाली के लिए पंचकुला धरना स्थल पर भारी संख्या में इक्ट्ठे हुए, जिसमें सभी कर्मचारियों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कोरोना महामारी में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान कि प्रवाह न करते हुए जनता की सेवा के लिए फ्रंट लाइन वर्कर (Front Line Worker) बनकर कार्य किया. अब सभी 22 जिलों के कोरोना योद्धाओं को कौशल रोजगार निगम में करने के बाद भी हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने बजट न होने का हवाला देते हुए 31 मार्च 23 को नौकरी से निकाल दिया गया, जो बहुत ही शर्मनाक है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Rewari Murder News: बीड़ी को लेकर होटल संचालक ने की युवक की हत्या,  पिता ने बताई ये वजह


 


गरीब के मुंह से रोटी न छीने सरकार
कोरोना योद्धाओं का कहना है कि सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने का सराहनीय कार्य करें, क्योंकि सभी कोरोना योद्धा गरीब परिवारों से हैं. इस नौकरी के कारण ही घर का चूल्हा जलता है. सरकार इनकी नौकरी छीनकर इनके परिवार और बच्चों के मुंह से रोटी का निवाला. छीनने का निंदनीय कार्य न करें. कोरोना योद्धाओं की नौकरी बहाली करने में देरी न करें.


नौकरी बहाली के लिए दे देंगे जान- कर्मचारी
ये वहीं कोरोना योद्धा है, जिन्होंने अपनी और अपने परिवार की जान हथेली पर रखकर देश व प्रदेश में सरकार के साथ मिलकर कोरोना जैसी भयंकर महामारी से लड़ने का कार्य श्रेष्ठ कार्य किया, जिन पर हरियाणा व केंद्र सरकार (Central Government) ने पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया. इनका मान सम्मान वापिस लौटाने का काम करें. कोरोना कर्मचारियों ने सरकार से जल्द नौकरी बहाली के आश्वासन पर अब तक शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे हैं. कल से कोरोना योद्धा भूख हड़ताल पर बैठेंगे और यदि कर्मचारियों की ज्वाइनिंग नहीं की गई तो शजनता की जान बचाने वाले कोरोना योद्धा अपनी नौकरी बहाली के लिए जान देने से पिछे नहीं हटेंगे.


Input: Divya Rani