Chhath 2023 News: दिल्ली के बुराड़ी बाबा कॉलोनी के पास यमुना खादर में बने छठ मैया बाबा सूर्य स्थाई घाट की साफ-सफाई न होने से छठ पूजा करवाने वाले संस्थापकों की चिंताएं बढ़ गई हैं. क्योंकि यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा ज्यादा होने के चलते यमुना प्रदूषण हो गई है और जगह-जगह यमुना किनारे फैली गंदगी से भी बीमारियां फैलने का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में महापर्व छठ में श्रद्धालुओं का यमुना किनारे जाना किसी बीमारी को दावत देने के बराबर है. इस बार फिर तमाम तथ्य को देखते हुए उच्च न्यायालय ने यमुना किनारे छठ पूजा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसकी वजह से अब छठ पूजा करवाने वाले संस्थापकों वह श्रद्धालुओं की चिंताएं बढ़ रही हैं. क्योंकि हजारों लाखों छठ श्रद्धालु यमुना किनारे पारंपरिक त्यौहार छठ महापर्व को मानते हैं. 


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अधिकारियों से कर चुकी हैं मुलाकात
छठ मैया बाबा सूर्य घाट के अध्यक्ष ने बताया कि वो इस विषय पर रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधिकरियों से मुलाकात कर चुकी हैं और उन्होंने पहले ही तमाम घाटों को दुरुस्त करने के आर्डर जारी किए थे. यहां पर फ्लड विभाग की लापरवाही इस कदर है कि जो स्थाई घाट बने हुए हैं. उन घाटों की भी साफ-सफाई नहीं कराई और जो कृत्रिम घाट बनते हैं उन घाटों के बारे में अभी तक सोचा व समझा भी नहीं जा रहा है, जिससे अब छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं की चिंताएं बढ़ती हुए नजर आ रही हैं. हालांकि यहां स्थानीय निगम पार्षद अनिल त्यागी द्वारा छठ घाट में भरे गंदे पानी को निकाला जरूर जा रहा है और साफ सफाई भी करवाई जा रही है. परंतु जिन एजेंसियों का यह काम है वह अभी तक सामने नजर नहीं आ रही हैं.


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साफ-सफाई में कोताही
फिलहाल जरूरत है कि प्रशासनिक अधिकारी छठ पूजा के महापर्व की तैयारी को लेकर जरा भी कोताही न बरतें. क्योंकि यह एक पारंपरिक त्यौहार है और पूर्वांचलियों की आस्था इस पर्व में बहुत ज्यादा है. पूर्वांचली लोग छठ पूजा में काफी आस्था रखते हैं और इस पर्व की तैयारी महीने भर पहले से करने लगते हैं. ऐसे में अब जरूरत है कि समय रहते तमाम घाटों की साफ-सफाई हो व नए कृत्रिम घाट बनाए जाएं. ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े.


INPUT- Naseem Ahmed