Panjab University: पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा की हिस्सेदारी को लेकर हरियाणा के CM मनोहर लाल और पंजाब के CM भगवंत मान के बीच हुई दूसरी दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही. आज चंड़ीगढ़ में  पंजाब गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के CM की लगभग एक घंटे तक बैठक चली. इस बैठक में CM मनोहर लाल ने पंजाब यूनिवर्सिटी में हस्सेदारी को लेकर अपना पक्ष रखा, लेकिन CM भगवंत मान ने हरियाणा को हिस्सेदारी देने से साफ इनकार कर दिया है. अब इस मुद्दे पर अगली बैठक 3 जुलाई को होगी. 


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CM भगवंत मान ने कही ये बातें
हरियाणा के CM मनोहर लाल के साथ बैठक के बाद भगवंत मान ने कहा कि साल 1970 में हरियाणा के CM बंसीलाल ने अपनी इच्छा से पंजाब यूनिवर्सिटी से अपना हिस्सा बाहर निकाला था. इसके बाद हिमाचल ने भी अपनी मर्जी से पंजाब यूनिवर्सिटी में अपनी हिस्सेदारी छोड़ी. 


इस दौरान CM भगवंत मान ने साल 2008 में पंजाब के CM प्रकाश सिंह बादल द्वारा PM मनमोहन सिंह को लिखी लिट्ठी भी दिखाई, जिसमें PU को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने को लेकर किसी तरह का ऑब्जेक्शन नहीं होने की बात कही गई थी. 


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पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने के बाद CM भगवंत मान ने केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को PU को सेंट्रल बॉडी न बनाने को लेकर पत्र लिखे. फिर पंजाब विधानसभा में 30 जून 2022 को प्रस्ताव पास किया, जिसमें कहा कि केंद्र PU में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है लेकिन यह इंटरस्टेट बॉडी ही रहेगी. 


कांग्रेस विधायक ने की पंजाब को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की मांग
अगस्त 2022 में कांग्रेस की महिला विधायक द्वारा हरियाणा विधानसभा में राज्य के कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता दिलाए जाने का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. CM भगवंत मान ने कहा कि इस मामले हमारी तरफ से कोरी ना (मना) है. इस दौरान CM मान ने हरियाणा पर तंज कसते हुए कहा कि हमें पैसे दे कर यूनिवर्सिटी से जुड़ना चाहते हैं, मगर अपने कॉलेज यूनिवर्सिटी को हरियाणा पत्र लिख कहता है हमारे पास पैसे नहीं हैं, खुद पैसे जुटाएं. पंजाब अपने 200 कॉलेजों का हिस्सा किसी को नहीं देगी. हरियाणा अपनी यूनिवर्सिटी जहां मर्जी वहां बनाए.


CM मनोहर लाल ने कही ये बात
वहीं मुलाकात के बाद CM मनोहर लाल ने कहा कि 'हरियाणा के युवाओं को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है.  हरियाणा के युवाओं को पंजाब यूनिवर्सिटी का विकल्प मिलना चाहिए.' 


फिलहाल इस मामले में दोनों राज्यों के CM के बीच सहमति नहीं बन पाई है, जिसके बाज अब 3 जुलाई को दोबारा बैठक होगी.