Delhi CM Vs LG: राजधानी दिल्ली की AAP सरकार और LG के बीच शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली के शिक्षकों को फिनलैंड जाने से रोकने, मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर्स की सैलरी रोकने सहित कई मुद्दों पर AAP द्वारा LG पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन LG का कहना है कि उन्होंने शिक्षकों को फिनलैंड भेजने के प्रस्ताव को अस्वीकार नहीं किया है.  


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दिल्ली के तमाम मुद्दों को लेकर आज दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल अपने विधायकों व मंत्रियों के साथ विधानसभा से एलजी हाउस तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे. इस दौरान ज़ी मीडिया से खास बातचीत के दौरान CM अरविंद केजरीवाल ने कहा LG दिल्ली के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश नहीं जाने दे रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली के कई विभागों का फंड रोक रखा है, जिससे दिल्ली का विकास रुक रहा है. दिल्ली सरकार की सबसे प्रभावशाली योजना मोहल्ला क्लीनिक में फंड के अभाव के चलते वहां के डॉक्टरों और स्टाफ को वेतन नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से आम जनता परेशान हो रही है.


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CM केजरीवाल ने कहा कि साल 2018 में SC ने फैसला सुनाया था कि LG के पास पुलिस-जमीन-पब्लिक ऑर्डर पर फैसला लेने का अधिकार है, लेकिन दिल्ली सरकार जो भी मामले भेजेगी, उस पर LG को न कहने का अधिकार नहीं है. LG या तो उस मामले पर अपनी सहमति जताएंगे या राष्ट्रपति के पास भेजेंगे. LG सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं मान रहे हैं. 


हालांकि LG की तरफ से लगातार शिक्षकों को फिनलैंड जानें से रोकने के मामले में सफाई पेश की जा रही है. LG का कहना है कि उन्होंने शिक्षकों के ट्रेनिंग की फाइल को अस्वीकार नहीं किया है. इस बीच CM केजरीवाल ने एक और ट्वीट करते LG से इस मामले में लिखित आश्वासन मांगा है. 


CM केजरीवाल ने कहा कि 'एलजी का कहना है कि उन्होंने शिक्षकों के फिनलैंड प्रशिक्षण प्रस्ताव को कभी भी अस्वीकार नहीं किया.यदि ऐसा है, तो माननीय उपराज्यपाल कृपया मुझे तुरंत एक पत्र लिखकर कह सकते हैं कि उन्हें फिनलैंड में शिक्षक प्रशिक्षण के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है और मामला खत्म हो जाएगा?'.