हरियाणा से निकले, दिल्ली में हाई कमान के सामने परेड, अब छत्तीसगढ़ के लिए रवाना विधायक
हरियाणा में राज्यसभा की 2 सीटों पर 10 जून को होने वाले मतदान को लेकर सभी विधायकों की कांग्रेस हाईकमान के साथ बैठक खत्म हो गई है. पार्टी को डर है कि उसके कुछ MLA राज्यसभा की सीटों के लिए होने वाले मतदान में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं.
नई दिल्ली: हरियाणा में राज्यसभा की 2 सीटों पर 10 जून को होने वाले मतदान से पहले विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. इसके बाद सभी विधायकों को दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना कर दिया गया है. वहां से हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को रायपुर लाया जा रहा है. विधायकों को रायपुर के एक प्राइवेट रिसोर्ट में ठहराया जाएगा.
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हरियाणा में राज्यसभा की 2 सीटों पर 10 जून को होने वाले मतदान को लेकर सभी विधायकों की कांग्रेस हाईकमान के साथ बैठक खत्म हो गई है. पार्टी को डर है कि उसके कुछ MLA राज्यसभा की सीटों के लिए होने वाले मतदान में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं. इसलिए कांग्रेस ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी है. हरियाणा से कांग्रेस के 31 में से 30 विधायक आज सुबह ही दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई हाईकमान के बुलावे के बावजूद दिल्ली नहीं पहुंचे.
इन विधायकों की बैठक पार्टी के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल ने ली. अब सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए रवाना कर दिया गया. 10 जून को वोटिंग वाले दिन ये विधायक रायपुर से सीधे चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा पहुंचेंगे.
हरियाणा से राज्यसभा की 2 सीटों के लिए 3 नामांकन दाखिल किए हैं. BJP की ओर से कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस की ओर से अजय माकन के अलावा पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे हैं. कार्तिकेय का दावा है कि उन्हें जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायकों के अलावा प्रदेश के सभी निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन है. JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला कार्तिकेय शर्मा का समर्थन करने की बात कह चुके हैं. कार्तिकेय शर्मा हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप शर्मा के दामाद हैं.
राज्यसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को जीत के लिए 31-31 विधायकों का समर्थन चाहिए. हरियाणा में बीजेपी के 40 और कांग्रेस के 31 विधायक हैं. इसके अलावा JJP के 10, इनेलो-हलोपा के 1-1 और 7 निर्दलीय विधायक हैं.
कांग्रेस के हरियाणा में कुल 31 विधायक हैं. इस बीच कुलदीप बिश्नोई पार्टी से नाराज चल रहे हैं, जिस कारण कांग्रेस हाईकमान की चिंता बढ़ गई है. कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष न बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं. अगर 10 जून को कुलदीप ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के पक्ष में मतदान नहीं किया तो कांग्रेस के पास केवल 30 विधायक रह जाएंगे. कांग्रेस को आशंका है कि इन 30 में से कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं. ऐसे में अजय माकन की जीत कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है.
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