Delhi Pollution: नई दिल्ली में 19 नवंबर को वायु गुणवत्ता लगातार दूसरे दिन 'गंभीर प्लस' श्रेणी में रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 8 बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 488 दर्ज किया गया. यह स्तर स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन या हृदय की समस्याओं से ग्रस्त लोगों के लिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

धुंध की चादर
सुबह 7:20 बजे भीकाजी कामा प्लेस के आसपास के ड्रोन दृश्यों में धुंध की मोटी परत दिखाई दी. यह दृश्यता को कम कर रहा है और लोगों को दैनिक गतिविधियों में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.धुंध के कारण रेलवे ने 22 रेलगाड़ियों में देरी की सूचना दी है.


प्रदूषण की बढ़ती समस्या
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है. कालिंदी कुंज और ओखला बैराज के पास जहरीले झाग का गुबार तैर रहा है, जो चिंता का विषय है. सफर-इंडिया के अनुसार, आनंद विहार में AQI 500, बवाना में 500, और अन्य क्षेत्रों में भी AQI उच्च स्तर पर है.


ये भी पढ़ें: School Close: दिल्ली के बाद अब फरीदाबाद और गुरुग्राम के भी स्कूल हुए 12 वीं तक बंद


निवासियों की चिंता
दिल्ली के निवासी प्रदूषण के कारण चिंतित हैं. कई इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर 'गंभीर प्लस' श्रेणी में बना हुआ है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. लोग सुबह की सैर करते हुए धुंध में साइकिल चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन यह स्थिति लंबे समय तक सहन करने योग्य नहीं होगी.


सफर-इंडिया (वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली) के अनुसार, सुबह 8.30 बजे तक आनंद विहार में एक्यूआई 500, बवाना में 500, सीआरआरआई मथुरा रोड में 500, डीटीयू में 494, द्वारका सेक्टर-8 में 494, आईटीओ में 391, जहांगीरपुरी में 493, लोधी रोड में 488, मुंडका में 498, नरेला में 500, नॉर्थ कैंपस में 494, पंजाबी बाग में 495, आरके पुरम में 490, शादीपुर में 498 और वजीरपुर में 498 दर्ज किया गया.