Delhi Vidhansabha News: दिल्ली विधानसभा परिसर में एक किताब का विमोचन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए. इस कार्यक्रम में साहित्य जगत से जुड़े कई लोगों ने शिरकत की. इस दौरान इस नए युग में जहां मोबाइल हर हाथों में दिख रहा है वहां पर किताब लिखना और साहित्य के लिए प्रोत्साहित करने को लेकर भी चर्चा की गई कि आखिर कैसे पुस्तकें और साहित्य कैसे ओझल हो रहा है.


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'आंसुओं की महक' किताब का विमोचन
दिल्ली विधानसभा के परिसर में 'आंसुओं की महक' पुस्तक का विमोचन किया गया. पुस्तक के विमोचन में बड़ी संख्या में साहित्यकार व साहित्य में रुचि रखने वाले राजनेता भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल व उनके साथ में विधायक संजीव झा व विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी मौजूद रहे.


दिल्ली विधानसभा के ही अधिकारी रहे हैं पवन शर्मा
इस पुस्तक के लेखक पवन शर्मा हैं, जो दिल्ली विधानसभा के ही एक रिटायर्ड कर्मचारी हैं, जिनकी शुरुआत से ही साहित्य में रुचि रही है. इनकी पहले भी एक पुस्तक बाजार में आ चुकी है आज उनकी दूसरी पुस्तक का विमोचन हुआ जिसका नाम आंसुओं की महक है. इस मौके पर साहित्यकारों व राजनेताओं ने डिजिटल और मोबाइल के युग में एक पुस्ताकिय लेखक को कितनी कठिनाइयों होती है और पुस्तकों का साहित्य किस तरह ओझल हो रहा है उसपर भी चर्चा हुई. साथ ही इस डिजिटल युग में एक साहित्यिक पुस्तक लिखने को लेकर सभी ने पवन शर्मा का हौसला बढ़ाया और सराहना की. यहां मौजूद साहित्यकारों और राजनेताओं ने कई बातें कहीं.


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पहले भी लिख चुके हैं किताब
बता दें कि इस दौरान विधायक संजीव झा, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल, पुस्तक के लेखक पवन शर्मा के साथ-साथ कई अन्य लोग मौजूद थे. आंसुओं की महक किताब से पहले पवन शर्मा की एक और किताब छप चुकी है, जो बाजार में भी उपलब्ध है.


INPUT- Naseem Ahmed