Delhi Assembly Special Session: आज से दिल्ली विधानसभा के दो दिवसीय सत्र की शुरुआत हुई, जिसमें BJP विधायकों ने अलग-अलग मुद्दों पर AAP सरकार को घेरने का प्रयास किया. वहीं AAP द्वारा जल बोर्ड को फंड नहीं मिलने का ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया, जिस पर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सरकार दिल्ली जल बोर्ड घाटे की जांच  CBI से कराए. 


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AAP विधायक ने उठाया मुद्दा
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान दौरान AAP विधायक प्रकाश जारवाल ने जल बोर्ड में फंड की कमी का मुद्दा उठाया. उन्होंने केंद्र सरकार पर दिल्ली का काम रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि 09 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि जल बोर्ड के पास पैसे नहीं हैं.


नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2013 से लेकर कुछ दिन पहले तक दिल्लीवासियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार 24 घंटे साफ पानी उपलब्ध कराएगी. सरकार वादा पूरा करने में विफल हुई है. जल बोर्ड 72 हजार करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है. सीएम ने 500 करोड़ मुनाफे की बात कही थी. 


सौरभ भारद्वाज सदन में हैं, क्या कारण है कि 2016 से जल बोर्ड के खातों की जांच नहीं कराई गई? हाई कोर्ट के कहने के बावजूद क्या कारण है कि ऑडिट नही हो रहा? देश मे ऐसा दूसरा उदाहरण कही नहीं है. पीने का पानी दूषित है, 7,500 सैंपल बोर्ड ने उठाए,  रिपोर्ट में 2,500 सैंपल फैल हो गए. पानी पीने लायक नहीं हैं, मंत्री जवाब दें. दिल्ली में जल उपभोक्ता जब बिल देते है तो पैसा एक बैंक को जाता है, उसी दिन या अगले दिन जल बोर्ड को पैसा मिलता है. बैंक ने आगे subcontract कैसे दे दिया नियमो का उल्लंघन हुआ. निजी खातों में उपभोक्ताओं का पैसा कैसे जमा हुआ, मंत्री जवाब दें? कांट्रेक्टर को 5% कमीशन बढ़ाकर 6% क्यों हुआ?


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नितिन गडकरी जल मंत्री थे जो दिल्ली को पैसे दिए वो कहा हैं, केंद्र जानकारी मांग रही है, पैसा कहां खर्च हुआ मंत्री ये जानकारी दें? पीने के पानी की सप्लाई में सुधार होगा, हिमाचल से पानी के लिए MOU हुआ, फिर आगे क्यों नही बढ़े? हाउस को बताएं हिमाचल का पानी क्यों नही आया?


किसानों की जमीन किराए पर लेकर गड्ढे खोदे जाएंगे उस स्कीम का क्या हुआ? एक भी रेनी वेल अभी तक क्यों नही लगाया गया? 150 mgd पानी यूपी से गंगा वाटर मिलेगा, उस मामले में आखिर क्या डेवलपमेंट हुआ? अगर जरूरत है तो हम यूपी सीएम से मिलने जाएंगे. सीवेज पानी ट्रीट कर 50 MGD पानी मिलेगा, उस पानी का क्या हुआ? नए LG तो एक साल से आए हैं, लेकिन घाटा इतना बढ़ कैसे गया? सरकार जल बोर्ड घाटे की जांच सीबीआई से कराए.