Delhi Hindi News: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपने के लिए 7 नामों की घोषणा कर दी है. जानें किसको सौंपा गया कौन सा काम.
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Delhi News: दिल्ली भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी में सात संसदीय क्षेत्रों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की है, जिन्हें संगठनात्मक गतिविधियों की निगरानी और राजनीतिक कामकाज के प्रबंधन जैसी जिम्मेदारियां दी गई हैं.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी हैं. दिल्ली बीजेपी पार्टी ने पूर्व महामंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह, हर्ष मल्होत्रा को पूर्वी दिल्ली सीट का प्रभारी, योगेन्द्र चंदोलिया को उत्तर पश्चिम दिल्ली का प्रभारी और कमलजीत सहरावत को उत्तर पूर्वी दिल्ली का प्रभारी नियुक्त किया गया है. दक्षिणी दिल्ली से राजीव बब्बर और चांदनी चौक सीट से राजेश भाटिया को चुना गया है.
सात प्रभारियों में से एक ने कहा, अगले साल के आम चुनावों के लिए "विशेष रूप से" नियुक्त किए गए "लोकसभा प्रभारियों" को किसी भी अंतिम समय की चुनौती से बचने के लिए सतर्क कर दिया गया है. दिल्ली में भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि लोकसभा प्रभारी यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी का वृहद और सूक्ष्म स्तर का संगठन और राजनीतिक कार्यक्रम चुनाव से कम से कम 6 महीने पहले तैयार हो जाएं.
दिल्ली भाजपा के निर्देशों के अनुसार लोकसभा प्रभारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि घर-घर मतदाताओं तक पहुंच और बूथ स्तर के पदाधिकारियों जैसे 'पन्ना प्रमुखों' की नियुक्ति जैसे संगठनात्मक कार्य समय पर पूरे हो जाएं. अंतिम समय में कोई चुनौती नहीं पर
भाजपा के दिल्ली महासचिव योगेन्द्र चंदौलिया को उत्तर पश्चिम दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किए गए है. दक्षिणी दिल्ली से राजीव बब्बर और चांदनी चौक सीट से राजेश भाटिया को चुना गया है. 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा ने सभी सात सीटें जीतीं.
दिल्ली में भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि प्रभारियों को उनकी निर्धारित सीटों से पार्टी के उम्मीदवारों के रूप में माना जाता है. साथ ही कहा कि उनसे संगठनात्मक और राजनीतिक स्तर पर चुनाव के लिए तैयारी करने की उम्मीद की जाती है, जैसा कि टिकट मिलने पर वे खुद करेंगे. पार्टी नेताओं ने कहा कि लोकसभा प्रभारी महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठकों में भाग लेते हैं और उन्हें सौंपे गए निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक और संगठनात्मक गतिविधियों पर जिला इकाई प्रमुखों और प्रभारियों के साथ समंवय करते हैं.
उन्होंने कहा कि वे पार्टी नेतृत्व को कई मुद्दों पर औपचारिक और अनौपचारिक रूप से फीडबैक भी देते हैं, जिसमें मौजूदा सांसदों के प्रदर्शन और लोकप्रियता के साथ-साथ उन्हें सौंपी गई सीट से उपयुक्त संभावित उम्मीदवार भी शामिल हैं. दिल्ली में बीजेपी का मुकाबला आप और कांग्रेस से होगा. जबकि AAP और कांग्रेस 2024 के चुनावों के लिए गठित इंडिया ब्लॉक में भागीदार हैं, वे अब तक अकेले ही चुनाव लड़ रहे हैं.
2019 चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा हुई. बातचीत विफल होने पर आप और कांग्रेस ने अलग-अलग उम्मीदवार उतारे. हालांकि भाजपा को सभी सात सीटों पर आप और कांग्रेस के उम्मीदवारों से अधिक वोट मिले.