Delhi News: दिल्ली बना महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर, CM ने LG को पत्र लिखकर सुरक्षा पर उठाए सवाल
Delhi Politics News: दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए सीएम केजरीवाल ने एलजी और गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने NCRB की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि देश के 19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले कुल अपराधों में से 32.20 फीसदी अपराध अकेले दिल्ली में हुए हैं. इसी के साथ कानून व्यवस्था को दुरुस्त कराने की बात भी कही.
Delhi Politics: सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखा है. इस पत्र में मुख्यमंत्री ने दिल्ली में आपराधिक घटनाओं में आई अप्रत्याशित वृद्धि पर गंभीर चिंता जताई है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के माध्यम से एलजी को बताया है कि दिल्ली में पहली बार इतने बड़े स्तर पर अपराध बढ़े हैं. बीते रविवार को दिल्ली के अंदर चार हत्या की घटनाएं हुई हैं. बढ़ती आपराधिक घटनाओं के चलते दिल्ली के लोगों में दहशत का महौल है और हर व्यक्ति खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है. उन्होंने एलजी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था सुधारने करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था ठीक कर दी है. हमारे पास जो भी क्षेत्र थे, उनमें से ज्यादातर क्षेत्रों को हमने ठीक कर दिए हैं. पंजाब में कानून व्यवस्था हमारे पास पहली बार आई. शुरुआत में पंजाब की कानून व्यवस्था को संभालने में थोड़ी परेशानी हुई, क्योंकि पुरानी सरकारों ने बहुत गंध मचा रखा था. हम लोगों ने अब कानून व्यवस्था को इतना शानदार कर दिया है कि कानून व्यवस्था के मामले में आज पंजाब टॉप राज्यों में गिना जा रहा है. अगर हमें दिल्ली पुलिस दे दी जाए तो हम दिल्ली की कानून व्यवस्था को शानदार बना देंगे.
पहले दिल्ली में थाना स्तर पर कमेटी बनी थी. उस कमेटी का स्थानीय विधायक अध्यक्ष होता था. इस कमेटी में आरडब्ल्यूए, पार्षद और प्रबुद्ध नागरिक शामिल होते थे. हर महीने इस कमेटी की बैठक होती थी. 2013 में जब आप की सरकार बनी तभी से थाना लेवल कमेटी को भंग कर दिया गया है. इसे दोबारा पुनर्जीवित करना चाहिए.
वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी को लिखे अपने पत्र में अनुरोध किया है कि एलजी, दिल्ली की कानून व्यवस्था सुधारने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाएं, ताकि लोगों के अंदर विश्वास पैदा हो सके कि वो सुरक्षित हैं. दिल्ली में आए दिन हो रही गंभीर आपराधिक घटनाओं ने पूरी दिल्ली के लोगों में दहशत पैदा कर दी है. इसलिए अब समय आ गया है कि जिन लोगों को दिल्ली के नागरिकों के जीवन की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे अपने दायित्यों को निभाते हुए कड़े कदम उठाएं.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र के जरिये राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट की तरफ भी एलजी का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने NCRB का हवाला देते हुए कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार गृह मंत्रालय और उपराज्यपाल की आंखे खोलने वाली है. यह बेहद निराशाजनक स्थिति है कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के आने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. इस रिपोर्ट में ये दिखाया गया है कि देश के 19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले कुल अपराधों में से 32.20 फीसदी अपराध अकेले दिल्ली में हुए हैं.
साथ ही कहा कि ऐसे चिंताजनक आंकड़े सामने आने के बाद महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि केंद्रीय गृहमंत्रालय और एलजी द्वारा पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए, जिसके चलते अभी तक जमीन स्तर पर कोई सुधार नहीं दिख रहा है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एलजी और केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दिखाई की गई तत्परता की कमी पर भी निराशा व्यक्त की है. सीएम ने पत्र में इस बात पर बल दिया है कि दिल्ली में पुलिसकर्मियों की कमी है. इसलिए दिल्ली के नागरिक अब अपनी सुरक्षा के लिए प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों को काम पर रखने लगे हैं.
पत्र में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में रात के समय पुलिस गश्त बढ़ाने जैसे उपायों की जरूरत पर बल दिया है. साथ ही कानून व्यवस्था में सुधार के लिए दिल्ली के नागरिकों के साथ खुला संवाद करने की बात कही है.