JNU News: JNU कैंपस में मंगलवार छात्राओं के साथ छेड़खानी और अपहरण के प्रयास के बाद चैन से सो रहे प्रशासन की नींद खुल गई है. JNU प्रशासन ने रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कैंपस में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है.
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JNU News: राजधानी दिल्ली के JNU कैंपस में बीते मंगलवार की देर रात को असामाजिक तत्व कैंपस में घुसे और छात्राओं के साथ छेड़खानी के साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया. इस पूरी वारदात को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन वहीं बीते बुधवार की देर रात JNU VC के खिलाफ ABVP छात्र संगठन के सदस्य और छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की उनके इस्तीफे की मांग की. JNU में छात्राओं की सुरक्षा की मांग तेजी से उठ रही है.
कैंपस में बाहरी वाहनों पर लगी रोक
सिक्योरिटी ऑफिसर एवं रजिस्ट्रार को जल्द से जल्द अपना इस्तीफा JNU प्रशासन को सौंपना चाहिए. JNU ABVP अध्यक्ष ने मांग रखी है और बड़ा आरोप भी लगाया VC JNU में महिला फिर भी JNU कैंपस में छात्राएं सुरक्षित नहीं है. मंगलवार की बीती रात JNU कैंपस में छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना एवं उसे किडनैप करने की कोशिश से पूरा जेएनयू परिसर स्तब्ध है. इस पूरी घटना के बाद प्रशासन एक्शन मोड़ पर आ गया है और रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कैंपस में बाहरी वाहनों पर रोक लगा दी है.
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छात्रों ने निकाला 'नारी आक्रोश' मार्च
JNU परिसर की छात्राओं के लिए बेहतर और सुरक्षित वातावरण की मांग को लेकर बुधवार की देर रात ABVP जेएनयू के कार्यकर्ताओं ने मेन गेट से चंद्रभागा तक सैकड़ों छात्रों के साथ JNU प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए है नारी आक्रोश मार्च निकाला. बता दें कि JNU कैंपस को छात्रों खासकर महिलाओं के लिए दिल्ली या देश के किसी भी कोने में सबसे सुरक्षित जगह माना जाती है. लेकिन, JNU की वर्तमान वीसी ने जब से कार्यभार संभाला है तब से लगातार सुरक्षा में चूक देखी जा रहा है.
ABVP के अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा ने बताया कि JNU प्रशासन ने 2021 की पिछली घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा. जब एक कैब चालक ने एक लड़की को अपने वाहन के अंदर खींचने की कोशिश की और 2022 में भी वीसी गेट के पास बलात्कार का प्रयास किया गया और हाल ही में परिसर के अंदर छेड़खानी और झगड़े की घटनाएं हुईं. जेएनयू प्रशासन को सुरक्षा में हुई चूक को मद्देनजर रखते हुए JNU प्रांगण की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
(इनपुटः शरद भारद्वाज)