Delhi Crime News: भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभियान जारी रखते हुए दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई एक्शन में है. जहां बाराखंभा रोड ने शाहदरा जिले के कृष्णा नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) प्रमोद कुमार को गिरफ्तार किया. एएसआई ने हरियाणा के रोहतक जिले के निवासी शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. 


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4 नवंबर को एक शिकायतकर्ता ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जिसमें उसने बताया कि उसे वित्तीय विवाद के एक मामले में कृष्णा नगर पुलिस स्टेशन के एएसआई प्रमोद ने बुलाया है और उस पर मामला निपटाने का दबाव बनाया जा रहा है. उसने आरोप लगाया कि उसे धमकी दी जा रही है कि अगर उसने मामले को दूसरे पक्ष के पक्ष में नहीं निपटाया तो आपराधिक मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


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इसके अलावा, आरोप लगाया गया कि एएसआई प्रमोद ने मामले को बंद करने के लिए 2 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके विनती करने पर रिश्वत की राशि घटाकर 50,000 रुपये कर दी गई है और आज उसे रिश्वत की राशि की पहली किस्त 10,000 रुपये देने के लिए बुलाया गया है. रिश्वत की मांग से व्यथित होकर शिकायतकर्ता ने सतर्कता इकाई से संपर्क किया. शाम करीब 6 बजे एएसआई प्रमोद ने शिकायतकर्ता को थाना कृष्णा नगर की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बुलाया और फिर से शिकायतकर्ता से रिश्वत के पैसे की मांग की. मांग करने पर शिकायतकर्ता ने रिश्वत के पैसे सौंप दिए, जिसे एएसआई प्रमोद ने स्वीकार कर लिया और अपने कार्यालय की मेज की दराज में रख दिया.


इंस्पेक्टर निपुण कुमार, एएसआई हेमंत कुमार, एचसी आनंद कुमार, एएसआई राजकुमार और कांस्टेबल दीपक की देखरेख में विजिलेंस टीम, जो दूर से सभी गतिविधियों को गुप्त रूप से देख रही थी. मगर हरकत में आई और एएसआई प्रमोद को पकड़ लिया. तलाशी लेने पर उसके कार्यालय की मेज की दराज से रिश्वत के पैसे बरामद हुए. सभी कानूनी कार्यवाही पूरी करने के बाद, भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम, 1988 (वर्ष 2018 में संशोधित) की धारा 7 के तहत पुलिस स्टेशन विजिलेंस, दिल्ली पुलिस में एक एफआईआर दर्ज की गई. एएसआई प्रमोद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर जिले के निवासी हैं और वर्ष 1991 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए हैं. 


Input: Raj Kumar Bhati