Delhi Crime News: एम्स (AIIMS) हॉस्पिटल में अपने आपको डॉक्टर बताकर चीटिंग करने वाली एक पढ़ी लिखी युवती को पुलिस टीम ने धर दबोचा है. युवती उत्तर प्रदेश के बदायूं की रहने वाली है. वह अपने आपको जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर बताकर लोगों से धोखाधड़ी कर रही थी. इसने एम्स (AIIMS) परिसर में 96 हजार रुपये की एक शख्स से चीटिंग की थी.


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पुलिस के अनुसार पूछताछ से पता चला कि आरोपी युवती बरेली की एक यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएट कर चुकी थी. उसके बाद फिर गलगोटिया यूनिवर्सिटी से एमएससी की पढ़ाई फॉरेंसिक साइंस में की. इससे उसे फॉरेंसिक की पूरी नॉलेज हो गई. इसके दिमाग में आइडिया आया और उसने डॉक्टर जैसा सफेद कोट खरीदा. उसके ऊपर उसने अपना नाम और जेआर इन फॉरेंसिक एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट लिखकर लगा दिया.


इसके बाद उसने एम्स पहुंचकर यहां मरीजों को और उनके तीमारदारों को मिलती और उन्हें उनका इलाज जल्दी कराने का लालच देकर उनसे चीटिंग करती थी. पुलिस को एक शख्स ने बताया कि उसके साथ चीटिंग की वारदात को अंजाम दिया गया है. जल्दी इलाज कराने के लिए उससे 96 हजार रुपये ठग लिए हैं. पीड़ित हरिद्वार का रहने वाला है, अपनी बेटी के हाथ के इलाज के लिए उसने जिस लेडी डॉक्टर को पैसे दिए उसने अपना नाम डॉक्टर सुधी त्रिवेदी बताया था. पीड़ित ने पुलिस को पेमेंट की डिटेल भी दी जिसे उसने यूपीआई के जरिये आरोपी को दिया था, लेकिन जब 10 दिन तक उसका काम नहीं हुआ तब उसने पुलिस में शिकायत की. हौजखास थाने में इस मामले को लेकर FIR दर्ज हुई है.


डीसीपी चंदन चौधरी के निर्देश पर एसीपी हौज खास हरिश्चंद्र की देखरेख में एसएचओ शिव दर्शन शर्मा, एम्स पुलिस चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर दीपेंद्र, सहायक सब इंस्पेक्टर ब्रह्मानंद, मुकेश, प्रदीप और लेडी कॉन्स्टेबल दीक्षा की टीम लगातार इसका पता लगाती रही, फिर पुलिस टीम ने छानबीन करके और सीसीटीवी फुटेज की मदद से इस पूरे गड़बड़झाले का खुलासा किया. उसी आधार पर पहचान की गई और फिर पूछताछ में उसने पूरे मामले का खुलासा किया.


Input: Mukesh Singh