New Delhi Crime News: साउथ ईस्ट जिले के सरिता विहार थाना इलाके के पुलिस ने 3 ठगों को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान सोहेल निजाम, अफरोज आलम और परवेज आलम के रूप में की गई है. गिरफ्तार तीनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले है. उनकी गिरफ्तारी के साथ ही उनके कब्जे से छह मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, पीड़ितों के 68 भारतीय पासपोर्ट, चीनी कंपनी के फर्जी जॉब ऑफर लेटर और तुर्की और इथियोपिया के फर्जी ई-एयर टिकट की प्रतियां भी बरामद की गई है. सरिता विहार थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


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वहीं इस पूरे मामले पर साउथ ईस्ट के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि पीड़ित दिलावर सिंह धोखाधड़ी की शिकायत करने थाना सरिता विहार पहुंचे थे. उसने आरोप लगाया कि तुर्की और इथियोपिया में प्रमुख विदेशी फर्मों में नौकरी देने के बहाने "एआर एंटरप्राइजेज" के मालिक द्वारा उसे धोखा दिया गया था. उसने आरोपी व्यक्तियों को एक लाख रुपये का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से किया और विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने के एवज में नकद भुगतान किया. इसके बदले में उन्होंने उसे फर्जी ई-वीजा, जॉब ऑफर लेटर और एयर टिकट दिया. राशि मिलने के बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता के फोन कॉल रिसीव करना बंद कर दिया था. 


पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोषियों को पकड़ने के लिए एसीपी/सरिता विहार की देखरेख में टीम का गठन किया गया था. टीम ने लगातार काम किया और आरोपी व्यक्तियों के बैंक खाते का विवरण एकत्र किया गया. पुलिस टीम ने तकनीकी निगरानी के आधार पर एक जालसाज सोहेल निजाम को पकड़ने में सफलता प्राप्त की. पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसके कहने पर, उसके सहयोगी अफरोज आलम और परवेज आलम को उनके आवासों से गिरफ्तार किया गया. उनकी गिरफ्तारी के साथ, उनके कब्जे से छह मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, पीड़ितों के 68 भारतीय पासपोर्ट, चीनी कंपनी के फर्जी जॉब ऑफर लेटर और तुर्की और इथियोपिया के नकली ई-एयर टिकट की कॉपी जब्त की गई.


पूछताछ में सभी आरोपियों ने खुलासा किया कि वे एक शानदार जीवन शैली जीना चाहते थे. इसके अलावा, उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने 100 से अधिक नौकरी लेने वालों को धोखा दिया. आरोपी सोहेल ने खुलासा किया कि उन्होंने आम नौकरी के इच्छुक लोगों को ठगने के लिए "एआर एंटरप्राइजेज" के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई.


वे सोशल मीडिया के माध्यम से कथित कंपनी के नाम और कार्य प्रोफाइल का विज्ञापन करते थे. तुर्की और इथियोपिया में प्रमुख विदेशी फर्मों में उच्च वेतन वाली नौकरियां प्रदान करने के बहाने भोले-भाले लोगों को लुभाते थे. वे भुगतान प्राप्त होने के बाद पीड़ितों को व्हाट्सएप के माध्यम से नकली नौकरी के प्रस्ताव पत्र भेजते थे और नौकरी चाहने वालों के पासपोर्ट को नौकरी की प्रक्रिया के हिस्से के रूप में रखते थे. ठगी की राशि आरोपी व्यक्तियों द्वारा एआर इंटरप्राइजेज से संबंधित बैंक खाते में प्राप्त की गई थी. खाता विवरणी का विवरण प्राप्त किया गया और उस फर्जी खाते में लगभग 50-60 लाख रुपये के लेन-देन पाए गए, जिसे बाद में फ्रीज कर दिया गया.


Input: HARI KISHOR SAH