Delhi Crime: दिल्ली में एक युवती के फोटो को एडिट करके और फोटो पर गंदे मेसेज लिखकर उसके मंगेतर को भेजकर इंगेजमेंट तोड़ने की कोशिश करने वाली एक साइबर स्टॉकर को द्वारका जिला के साइबर थाना की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने एक फेक इंस्टाग्राम आईडी क्रिएट किया था और उसके जरिए वह गंदे मैसेज लिखकर उस युवती का फोटो को चेंज करके उसके होने वाले पति को भेज रहा था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

DCP एम हर्षवर्धन ने बताया की गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान शुभम कुमार के रूप में हुई है, यह बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. उसके पास से मोबाइल और सिम बरामद किया गया है, जिसका इस्तेमाल यह पीड़ित युवती को परेशान करने और उसके फोटो को एडिट करके उसके होने वाले पति को भेज रहा था. पुलिस के अनुसार 20 मार्च को इस मामले की शिकायत पुलिस में की गई थी, जिसमें पीड़ित युवती के द्वारा आरोप लगाया गया था.


ये भी पढ़ेंः Gwalior GangRape: दिल्ली की छात्रा के साथ ग्वालियर में गैंगरेप, बंधक बनाकर 2 सगे भाईयों ने लूटी अस्मत


उन्होंने कहा कि उसकी होने वाले पति को भद्दे-भद्दे मैसेज और उसका एडिटेड फोटो भेजा जा रहा है एक फर्जी इंस्टाग्राम आईडी से. इस तरह के गंदे फोटो और मैसेज के वजह से उसका सगाई टूट गई है. उस शिकायत पर साइबर थाना की पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की है. एसीपी राम अवतार की देखरेख में एसएचओ जगदीश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल विकास और लेडी हेड कांस्टेबल चंदा की टीम ने छानबीन शुरू की.


टेक्निकल जांच से पता चला कि वह इंस्टाग्राम आईडी शुभम कुमार नाम के एक युवक ने बनाया है. पुलिस टीम उसका लोकेशन पता करके बिहार के मुजफ्फरपुर में जाकर उसे वहां से पकड़ा. जब उससे पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह पीड़ित युवती की भाभी का एक्स बॉयफ्रेंड है. उसकी भाभी ने ही इससे कहा कि उसकी ननद का रिश्ता को वह तुड़वा दे.  क्योंकि इनके बीच कुछ फैमिली डस्प्यूट चल रहा था.


ये भी पढ़ेंः Gurugram Crime: शराब के ठेके पर फायरिंग, हमलावरों पर 50 हजार का इनाम, घायल कस्टमर में से 1 की मौत


इसके लिए शुभम ने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई गंदे-गंदे मैसेज बनाया और फोटो को एडिट करके फिर उसको पीड़ित युवती के होने वाले पति को भेजने लगा. पुलिस गिरफ्तार आरोपी शुभम के दिए गए बयान के आधार पर और आगे की छानबीन कर रही है. जो उसने कहा है कि पीड़ित युवती के भाभी ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था, उसमें कितनी सच्चाई है.  


(इनपुटः चरणसिंह सहरावत)