Gurugram Crime: गुरुग्राम पुलिस ने बीते शनिवार को गुरुग्राम में एक शराब की दुकान पर हुई गोलीबारी में शामिल हमलावरों के बारे में किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की, इस दौरान घायल तीन लोगों में से एक मौत हो गई और दो अन्य बंदूक की गोली से घायल हो गए.
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Gurugram Crime: गुरुग्राम पुलिस ने बीते शनिवार को गुरुग्राम में एक शराब की दुकान पर हुई गोलीबारी में शामिल हमलावरों के बारे में किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की. इस दौरान वहां मौजूद तीन लोग घायल हो गए थे, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य बंदूक की गोली से घायल हो गए. घटना पंचगांव इलाके में एक शराब की दुकान पर रात करीब साढ़े आठ बजे हुई. शुक्रवार को जब दो हथियारबंद हमलावरों ने फायरिंग कर दी.
बता दें कि इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें हमलावरों को फायरिंग करते देखा जा सकता है. गुरुग्राम पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने जानकारी देते हुए बताया कि गोलीबारी में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए गुरुग्राम पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है. मामले को सुलझाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. पुलिस ने हत्यारों के बारे में किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है. सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.
दुकान के मालिक कुलदीप सिंह द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, उन्हें और उनके भाई प्रवीण को एक सप्ताह पहले एक विदेशी फोन नंबर से धमकी भरा फोन आया था, जिसमें कहा गया था कि अगर उन्होंने दुकान का स्वामित्व उनके नाम पर स्थानांतरित नहीं किया तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे. फायरिंग की घटना के बाद सिंह के पास फिर से फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने इसकी जिम्मेदारी ली थी.
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पुलिस के मुताबिक, घटना की रात करीब 8.30 बजे जब दो हथियारबंद हमलावर शराब खरीदने दुकान पहुंचे और वहां मौजूद भीड़ पर गोलियां चला दी. मौके से फरार होने से पहले उन्होंने करीब 15 राउंड फायरिंग की. इस हमले में तीन कस्टमर घायल हो गए थे. यूपी के सहारनपुर निवासी संदीप और राजस्थान के अलवर निवासी देवराज शर्मा और राजेंद्र प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि कुछ अन्य को मामूली चोटें आईं.
हमले के बाद तीनों घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां डॉक्टरों ने संदीप को मृत घोषित कर दिया. सिंह ने पुलिस को बताया कि मैं दुकान के पीछे कार्यालय में था और गोली चलने की आवाज सुनकर बाहर आया. जब मैंने मदद के लिए शोर मचाया तो दोनों आरोपी मौके से भाग गए. अस्पताल में मुझे फिर से विदेश से फोन आया. इस नंबर पर फोन करने वाले ने दावा किया कि यह दुकान उसे नहीं सौंपने का नतीजा है. उसने फिर से मुझे जान से मारने की धमकी दी. अज्ञात कॉलर और दो शूटरों के खिलाफ मानेसर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
(इनपुटः IANS)