नई दिल्ली: साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों ने अपने तेवर सख्त कर लिए हैं. बृहस्पतिवार को बिजवासन में साइबर फ्रॉड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच करने गई ईडी की टीम पर हमला किया गया. एजेंसी की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. ये जांच पीपीपीवाईएल साइबर ऐप धोखाधड़ी के मामले से संबंधित है. आरोप है कि अशोक शर्मा और उसके भाई ने ईडी टीम पर कथित तौर पर हमला किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विदेश भेजने का झांसा देकर साइबर फ्रॉड में धकेला  
इधर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीमों ने मानव तस्करी गिरोह कमर तोड़ने के लिए दिल्ली समेत छह राज्यों में 22 स्थानों पर छापे मारे. अधिकारियों ने बताया कि ये छापेमारी बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर की जा रही है. बिहार में गोपालगंज पुलिस ने संगठित गिरोह से संबंधित एक मामला दर्ज किया था. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि नौकरी के बहाने भारतीय युवाओं को विदेश ले जाने का झांसा देने के बाद उन्हें साइबर फ्रॉड में संलिप्त कॉल सेंटर में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है.


बंबीहा गैंग पर कसा शिकंजा 
इससे पहले बुधवार को NIA ने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में दविंदर बंबीहा गैंग के बदमाशों के नौ ठिकानों पर छापे मारे थे. NIA की टीमें हरियाणा के पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम के अलावा, पंजाब के जालंधर और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में संदिग्धों के ठिकानों पर पहुंची. रेड के दौरान एजेंसी ने कई आपत्तिजनक सामग्री, डिजिटल एविडेंस, बैंकिंग लेन-देन और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद किए. अब तक की जांच में सामने आया है कि देश में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने की बड़ी साजिश चल रही है. आतंकवादी संगठनों द्वारा भारत में हथियार, गोला-बारूद, नशीले पदार्थ, विस्फोटक आदि की तस्करी के लिए चलाए जा रहे आपराधिक षड्यंत्रों के खिलाफ NIA लगातार कार्रवाई कर रही है. 


एजेंसी: पीटीआई