Delhi News: उत्तरकाशी में सिल्कियारा सुरंग में 41 श्रमिकों को बचाने वाले रैट माइनर वकील हसन के दिल्ली के खजुरी खास स्थित श्रीराम कॉलोनी के मकान पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने बुलडोजर चला दिया. डीडीए ने वकील हसन के मकान को ध्वस्त कर जमीनदोज कर दिया. आरोप है कि डीडीए ने बिना कोई नोटिस के कार्रवाई को अंजाम दिया और इस दौरान घर में रखे सामानों को भी फेंका गया.


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वकील हसन ने कहा कि उन्होंने जब सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकाला था तो उनकी प्रशंसा हुई थी. उन्होंने सरकार से अपने परिवार के लिए घर मांगा था, घर तो मिला नहीं और जो छोटा सा घर था उसे पर भी बुलडोजर चला दिया गया. वकील हसन का कहना है कि उनका आशियाना छीन लिया है अब वह बेघर हो चुके हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि परिवार को लेकर कहां जाए. 


वही इस मामले को लेकर डीडीए का भी बयान सामने आया है. डीडीए के अधिकारियों का कहना है की जिस जमीन पर कार्रवाई की गई है वह योजनाबद्ध विकास भूमि का हिस्सा है. वहां पर कई अवैध निर्माण थे, जिसपर कार्रवाई की गई है.


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आपको बता दें कि 12 नवंबर 2023 को उत्तरकाशी चार धाम प्रोजेक्ट के तहत बन रही सिल्कियारा टनल निर्माण के दौरान हादसा हो गया था, हादसे में 41 मजदूर फंस गए थे. मजदूरों को निकालने के लिए काफी प्रयास किया गया, लेकिन पूरी सफलता नहीं मिली. आखिर में रैट माइनर्स वकील हसन अपने साथियों के उत्तरकाशी पहुंचे और टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुड़ गए. तकरीबन 21 घंटे के अंदर हाथ से 10 से 12 मीटर की खुदाई कर रैट माइनर्स सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने में सफल हो गए.


टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने वाले वकील हसन की टीम के हिस्सा रहें मुन्ना कुरैशी ने कहा की बेहद अफसोस जनक है कि उनके साथी वकील हसन के मकान को डीडीए ने गिरा दिया. जिस मकान को गिराया गया है वह 1987 से बना हुआ था. वकील हसन ने तकरीबन 15 साल पहले इसे खरीदा था, जिसे बिना किसी नोटिस के तोड़ दिया गया.


मुन्ना कुरैशी का कहना है कि 41 मजदूरों को निकालने के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने मकान बनाकर देने का वादा किया था, लेकिन मकान तो बनाकर दिया नहीं. आज उनका मकान ही तोड़ दिया गया. मुन्ना कुरैशी ने कहा कि उन्होंने सभी जगह फोनकर मदद नहीं की. मुन्ना कुरैशी का आरोप है कि वकील हसन का मकान तोड़े जाने की सूचना के बाद जब वह मौके पर पहुंचे और उन्होंने डीडीए के अधिकारियों से मकान तोड़े जाने का आर्डर दिखाने को कहा तो, उन्हें पुलिस पकड़कर ले गई और कई घंटे तक थाने में बिठा कर रखा गया.


Input: Rakesh Chawla