Delhi News: दिल्ली में ई-कचरे पर लगेगी रोक, दिल्ली मेट्रो के हौज खास समेत 15 स्टेशनों पर लगेंगे रीसाइक्लिंग बॉक्स
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने JIT यामानाशी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (JIT Yamanashi India Pvt Ltd) के सहयोग से वित्त पोषित एसडीजी बिजनेस वैलिडेशन सर्वे फॉर रीयूजिंग के तहत प्रयुक्त स्याही की बोतलों के निपटान के लिए ई-कचरा रीसाइक्लिंग बॉक्स के लॉन्च समारोह का आयोजन किया ग
Delhi News: पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने JIT यामानाशी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (JIT Yamanashi India Pvt Ltd) के सहयोग से वित्त पोषित एसडीजी बिजनेस वैलिडेशन सर्वे फॉर रीयूजिंग के तहत प्रयुक्त स्याही की बोतलों के निपटान के लिए ई-कचरा रीसाइक्लिंग बॉक्स के लॉन्च समारोह का आयोजन किया गया.
भारत में जापान के राजदूत हिरोशी सुजुकी ने बताया कि JIT द्वारा प्रयुक्त स्याही की बोतलों के निपटान के लिए रीसाइक्लिंग बक्से को विकसित करने का प्रयास भारत में एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था शुरू करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में मिशन लाइफ जैसी पहल कार्बन फुटप्रिंट को काम कर रही है. इस मिशन का एक उद्देश्य एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करना और प्रयुक्त प्लास्टिक को रीसायकल करना है. यह परियोजना पीएम मोदी के मिशन के साथ काफी मेल खाती है.
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DMRC के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने डीएमआरसी को अपना पहला भागीदार बनाते हुए भारत में इस स्थायी पहल को लाने के लिए जापान का आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि दिल्ली मेट्रो हौज खास और 14 अन्य स्टेशनों पर टिकाऊ बक्से की स्थापना समेत स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. उन्होंने यात्रियों के बीच जागरुकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही कहा कि DMRC हमेशा ऐसी पहल में सबसे आगे रहा है. प्रत्येक पेड़ को काटे जाने पर 10 पेड़ लगाता है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनका कॉर्पोरेट मुख्यालय, मेट्रो भवन कार्बन तटस्थ इमारत के रूप में प्रमाणित है.
PHDCCI के कार्यकारी निदेशक डॉ. रणजीत मेहता ने इस बात पर जोर दिया कि स्थिरता आर्थिक विकास के लिए केंद्रीय है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक गंभीर खतरा पैदा करता है और इस तरह की अनूठी पहल इसके प्रभावों को कम करने में मदद करेगी. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ठोस अपशिष्ट एक बड़ी समस्या है और 2030 तक अपने कार्बन पदचिह्न को 45% तक कम करने और 2070 तक नेट जीरो प्राप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता को ऐसी हरित संक्रमण पहलों द्वारा समर्थन दिया जाएगा. जिसमें जापान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि PHDCCI देशभर के अपने कार्यालयों में ये बॉक्स स्थापित करेगा और हमारे उद्योग सदस्यों को भी अपने-अपने कार्यालयों में ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
Input: मुकेश सिंह