Delhi Haryana Opinion Poll Result: लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 और हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर जनता किस पार्टी पर मेहरबान होगी, ज़ी न्यूज और मेट्राइज के ओपिनियन पोल के चौंकाने वाले आंकड़े आ गए हैं. दिल्ली में इस बार बीजेपी का मुकाबला करने के लिए आम आदमी पार्टी ने INDI Alliance के सहयोगी कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है. इस समझौते के तहत आम आदमी पार्टी के खाते में दिल्ली की 4, जबकि कांग्रेस के खाते में 3 सीटें आई हैं. इसी तरह हरियाणा में AAP ने एक मात्र सीट कुरुक्षेत्र से अपना उम्मीदवार उतारा है, जबकि 9 सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी, लेकिन इस दोनों राज्यों में इस गठबंधन से कोई खास फायदा मिलता नहीं दिख रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली में इस बार बीजेपी ने सात में से 6 उम्मीदवार बदल दिए हैं. वहीं आम आदमी पार्टी ने कई लाभकारी योजनाओं की घोषणा की है, लेकिन इसके बावजूद सर्वे के नतीजों पर कोई ख़ास अंतर आता नहीं दिख रहा. सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 2019 की तरह ही दिल्ली में सभी 7 सीटें मिल सकती हैं.


दिल्ली में NDA को 55%, जबकि INDI Alliance को 40% वोट मिल सकते हैं. वहीं हरियाणा में पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी को एक सीट का नुकसान हो सकता है. यानी INDI Alliance के खाते में एक सीट जा सकती है. 


पीएम मोदी को पसंद करने की वजह 
ज़ी न्यूज और मेट्राइज के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी कल्याणकारी योजनाओं, राम मंदिर के उद्घाटन, बेदाग छवि और राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर लोग पसंद करते हैं. इसके अलावा उनकी लोकप्रियता के 7 फीसदी अन्य कारण हैं.


सर्वे के मुताबिक 41 फीसदी लोगों ने कहा कि पीएम की कल्याणकारी योजना उनकी पॉपुलैरिटी की वजह है. इसके अलावा 18% लोगों ने राम मंदिर के उद्घाटन और 22% लोगों को उनकी बेदाग छवि पसंद आई. वहीं 12% लोगों ने कहा कि उन्हें पीएम उनकी राष्ट्रवादी छवि की वजह से पसंद हैं. 


INDI Alliance के लिए आए चौंकाने वाले आंकड़े 
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने INDI Alliance बनाया था. हालांकि इस गठबंधन की नींव रखने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रखी थी, लेकिन बहुत जल्दी उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में पलटी मारते हुए NDA के साथ हो लिए.


इसके बाद बीजेपी ने इस गठबंधन को फेल बताया था. आगामी चुनाव में INDI Alliance कितना कारगर होगा, इस पर ज़ी न्यूज और मेट्राइज के ओपिनियन पोल ने चौंकाने वाले नतीजे सामने आए है. इसके मुताबिक 58 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि गठबंधन कमजोर साबित होगा. वहीं 12% ने कहा कि बहुत कारगर और 21% ने बहुत हद तक कारगर होगा.