Kanjhawala Hit and Run Case: एक साल बाद भी अंजलि को नहीं मिला इंसाफ, वादा पूरे न होने पर अनशन पर बैठा पीड़ित परिवार
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2039077

Kanjhawala Hit and Run Case: एक साल बाद भी अंजलि को नहीं मिला इंसाफ, वादा पूरे न होने पर अनशन पर बैठा पीड़ित परिवार

कंझावला केस के एक साल पूरे होने और मृतका अंजलि की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की गई. अंजलि की पुण्यतिथि पर उसके परिवार समेत डॉ. भूपेंद्र चौरसिया भी इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए.

Kanjhawala Hit and Run Case: एक साल बाद भी अंजलि को नहीं मिला इंसाफ, वादा पूरे न होने पर अनशन पर बैठा पीड़ित परिवार

Delhi Kanjhawala Hit and Run Case: कंझावला केस के एक साल पूरे होने और मृतका अंजलि की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की गई. अंजलि की पुण्यतिथि पर उसके परिवार समेत डॉ. भूपेंद्र चौरसिया भी इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. इस दौरान सरकार द्वारा किए गए वादों को लेकर परिवार ने नाराजगी जाहिर की.

बता दें कि आज अंजलि हिट एंड रन मामला या कंझावला केस को एक साल बीत चुका है, लेकिन न्याय की लड़ाई लगातार जारी है. अंजलि के जाने के बाद परिवार पर मानों पहाड़ टूट पड़ा हो. मृतका अंजलि के घर में उसकी मां है और तीन भाई-बहन हैं. जिनका जीवन किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं. मां पहले से ही कीडनी की बीमारी से जूझ रही है. जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि भाई-बहन की पढ़ाई चल रही है. मां के इलाज में आने वाला खर्च इतना है कि वो परिवार के बस की बात नहीं है. क्योंकि अंजलि ही काम कर पूरे घर का लालन-पालन करती थी और उसके जाने के बाद घर की स्थिति राम भरोसे है.

ये भी पढ़ें: Haryana: नए हिट एंड रन कानून न हुआ रद्द तो थम जाएगी बसों की रफ्तार- रोडवेज यूनियन

नए साल के दिन मृतका अंजलि की पुण्यतिथि आती है. जिसको लेकर दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित अंजलि के घर पर पूजा-अर्चना कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की गई. बता दें कि डॉ. भूपेंद्र चौरसिया अंजलि हिट एंड रन मामले में पीड़ित परिवार के साथ खड़े दिखाई दिए थे और आज भी वो पीड़ित परिवार के हक की लड़ाई में परिवार के साथ हैं.

वहीं डॉ. भूपेंद्र चौरसिया ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि सरकार ने मृतका अंजलि की मां की बीमारी का खर्चा, सरकारी नौकरी और भाई-बहनों की शिक्षा का खर्च उठाने का वादा किया था. दिल्ली सरकार द्वारा किए गए वादे आज भी पूरे नहीं हुए है. अब देखना ये होगा कि पीड़ित परिवार को कब तक इंसाफ मिलेगा और सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे भी हो पाएंगे या फिर नहीं.

Input: Deepak