नई दिल्ली : उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Lieutenant Governor) ने लोकायुक्त की सिफारिश पर कांग्रेस के पूर्व विधायक (Congress Ex MLA) व कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन ( jai kishan) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है. दरअसल ये पूरा मामला फर्जी मतदाता पहचान बनवाने का है. एलजी कार्यालय (LG Office) के अधिकारियों के मुताबिक कांग्रेस नेता पर 2013-14 में आरोप लगे थे. 


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दरअसल दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र से 5 बार विधायक रह चुके जय किशन पर चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने और अनुचित लाभ हासिल करने के उद्देश्य से अपने पते पर फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनवाने का आरोप लगाया है. 


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इस पूरे मामले पर जब ज़ी मीडिया ने जय किशन से बात की तो उनका कहना है यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है. शिकायतकर्ता आज दुनिया में नहीं है, लेकिन हम पर FIR दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, FIR दर्ज होने दीजिए। हम अपना पक्ष कोर्ट के सामने रखेंगे.


जयकिशन का कहना है कि जिन निर्वाचन कार्ड (Voter Card) का जिक्र किया जा रहा है, दरअसल वह हमारे रिश्तेदार थे जो हमारे पते पर रह रहे थे. लगभग 20-22 साल तक हमारे पते पर रहे थे और जब हमने चुनाव लड़ना बंद किया तो वह वहां से चले गए. हमारे पते पर कुल 13 पहचान पत्र बनाए गए थे, जिसमें से 6 हमारे परिवार के थे, बाकी हमारे रिश्तेदार और संबंधियों के. उन्होंने कहा कि इन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह बेबुनियाद और निराधार हैं.


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इससे पहले एलजी ने विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. दरअसल आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी के जरिए शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया है.


वहीं एलजी ने हाल ही में केजरीवाल की सिंगापुर जाने की अनुमति वाली अर्जी को भी खारिज कर दिया था. उन्होंने केजरीवाल को सिंगापुर समिट में न जाने की सलाह देते हुए कहा था कि यह मेयरों का समिट है.