Delhi News: दिल्ली आबकारी नीति मामले में लगातार ईडी का शिकंजा कसना जारी है. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में 17वीं गिरफ्तारी चनप्रीत सिंह की की है. एजेंसी ने उनपर आरोप लगाया है कि उन्होंने गोवा चुनाव के लिए कथित तौर पर कोष प्रबंधन का काम किया था. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.


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धन शोधन मामले में गिरफ्तारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में चनप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के कोष का कथित तौर पर "प्रबंधन" किया था. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि ईडीकी जांच "राजनीति से प्रेरित" है.  उन्होंने कहा कि एजेंसी इस मामले में एक भी रुपया बरामद करने या सबूत ढूंढने में असमर्थ है.


PMLA एक्ट में हुई गिरफ्तारी
सूत्रों ने बताया कि चनप्रीत सिंह को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन यहां की एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया. सूत्रों ने बताया कि अदालत ने सिंह को 18 अप्रैल तक ईडी हिरासत में भेज दिया. ईडी द्वारा इस मामले में यह 17वीं गिरफ्तारी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस मामले में पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं.


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गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रबंधन
चनप्रीत सिंह को पहले इसी मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी गिरफ्तार किया था. धन शोधन का मामला सीबीआई की प्राथमिकी पर आधारित है. ईडी ने अदालत को सूचित किया है कि चनप्रीत सिंह ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान आप के प्रचार के लिए नकद भुगतान का 'प्रबंधन' किया था और उनका पार्टी के साथ 'जुड़ाव' है.