Congress ने किया गरीबों से वादा, बच्चों के लिए बनाएंगे डे बोर्डिंग स्कूल, मिलेंगी ये सुविधाएं
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के साथ कांग्रेस नेता उदित राज, पूर्व मंत्री किरण वालिया, पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि 15 सालों से एमसीडी में बीजेपी की सरकार रही है यही वजह है कि आज एमसीडी का मतलब ही बदल गया है.
नई दिल्ली: दिल्ली में नगर निगम चुनाव होने वाले हैं और सभी पार्टियां एक से बढ़कर एक वादे कर रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के साथ कांग्रेस नेता उदित राज, पूर्व मंत्री किरण वालिया, पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि 15 सालों से एमसीडी में बीजेपी की सरकार रही है यही वजह है कि आज एमसीडी का मतलब ही बदल गया है.
वहीं अनिल कुमार ने यह भी कहा कि बीजेपी ने एमसीडी को मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू, बना दिया. यही वजह है दिल्ली का नगर निगम बीमार हो गया है. .
दिल्ली में शिक्षा का स्तर निचले पायदान पर- चौधरी अनिल कुमार
कांग्रेस कमेटी अध्ययक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली में शिक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली में सरकारी स्कूल बंद हो रहे है, अगर पिछले 8 सालो में दिल्ली सरकार के स्कूलों की बात करें तो 16 स्कूल बंद हुए. वहीं एमसीडी के 45 स्कूल बंद हुए है. अनिल चौधरी ने कहा शीला जी की सरकार गरीब मजदूर की बच्चियों के लिए लाडली योजना लाई थी, जिसका लाभ सीधा लाभार्थियों को मिला था.
कांग्रेस ने कहा अगर हम एमसीडी में आए तो गरीब बच्चों के लिए डे बोर्डिंग स्कूल वाली निगम बनाएंगे और साथ ही उन्होंने इसकी खासियत भी बताई.
-बोर्डर्स को मुख्य भोजन के अलावा अल्पाहार और पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध होगी.
-ऑन -कैंपस स्कूल स्टोर या स्नैक हॉल, जहां अतिरिक्त भोजन और स्कूल की आपूर्ति खरीदी जा सकती है.
-छात्रों की संख्या के अनुपात में बाथटब या शॉवर की सुविधा.
-विशेष आहार, चिकित्सा और धार्मिक आवश्यकताओं के लिए प्रावधान होगा.
-बोर्डर्स दुर्व्यवहार, डराने-धमकाने से सुरक्षित होंगे.
- छात्रों के व्यवहार अनुरूप अनुशासन, दंड, पुरस्कार की नीति होगी.साथ ही अच्छे आचरण का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा.
-बोर्डर्स की शिकायतों के समुचित निपटारे किए जाएंगे.
-बोर्डर्स को भेदभाव से मुक्त रखा जाएगा. बोर्डर्स अपने माता-पिता और परिवारों के साथ निजी संपर्क बनाए रख सकते हैं.
-बोर्डर्स के समान और पैसा सुरक्षित रहें इसकी व्यवस्था होगी.
लहसीधे या प्रतिनिधियों के माध्यम से बोर्डर्स को औपचारिक अवसर दिया जाएगा. जिससे कि वह अपना फीडबैक दे सकें. यह इसलिए भी जरूरी है कि बोडिंग के विकास और अभ्यास में इन विचारों को ध्यान में रखा जाए. बोर्डर्स के कल्याण को प्रभावित करने वाले संकट प्रभावी ढंग से निष्पादित किए जाएंगे. प्रत्येक बोर्डर के पास एक या एक से अधिक स्टाफ सदस्य व्यक्तिगत मार्ग दर्शन या व्यक्तिगत समस्या के निपटारा के लिए नियुक्त किया जाएगा.