अनुष्का गर्ग/नई दिल्ली: एमसीडी चुनाव (MCD Election) के मद्देनजर ज़ी मीडिया की टीम दिल्ली के कर्दमपुरी वार्ड नंबर 236 और सुभाष महोला वार्ड नंबर 233 में पहुंची. चुनावी चौराहे पर जब दोनों वार्डो के लोगों से बात की गई तो उन्होंने वार्ड से जुड़ी सभी समस्याओं के बारे में खुलकर बात की. कर्दमपुरी वार्ड के लोगों ने कहा कि एमसीडी का महिला पार्क बिलकुल पुलिस बूथ से सटा हुआ है, उसी एमसीडी पार्क में सुबह और शाम के वक्त शराब की बोतलें और कूड़ा कचरा फैला रहता है.


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इतना ही नहीं कर्दमपुरी वार्ड के लोगों ने पार्षद पर भेद भाव का आरोप लगाया. इसी के साथ पार्षद ने लोगों के मुंह पर साफ कह दिया था कि "जब मुझे वोट नहीं दिया तो मैं काम नहीं करूंगा" पार्षद ने जीतने के बाद कभी दौरा नहीं लगाया. इसी के साथ पार्षद द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जाती. अगर किसी काम के लिए पार्षद के ऑफिस में जाओ तो वो कभी नहीं मिलता और न ही ऑफिस के लोग समस्या सुनते है. लोगों ने आगे कहा कि एमसीडी के स्कूल्स भी बेकार हालत में हैं.


सुभाष महोला के लोगों से जाने उनके मुद्दे



उन्होंने आगे कहा कि सड़कों पर हमेशा कूड़ा कचरा पड़ा रहता है, सफाई पर बिलकुल ध्यान नहीं दिया गया. सड़कों की हालत खराब तो स्ट्रीट लाइट की सुविधा भी नहीं. तो वहीं, दिल्ली के सुभाष महोला में जाकर वहां के लोगों से भी उनकी समस्या जानने की कोशिश की गई और लोगों से बातचीत कर उनके मुद्दे जानने की कोशिश की. लोगों ने कहा कि सड़के एकदम खराब हैं, लेकिन कोई सुधार नहीं करवाया गया. नालियां जमी हैं, ब्लॉक्ड रहती हैं, कोई कर्मचारी सफाई के लिए नहीं आता.


लोगों ने कहा कि इलाके में पब्लिक टॉयलेट की सुविधा नहीं हैं. पार्षद की शक्ल तक याद नहीं है, क्योंकि चुनाव जीतने बाद कभी दौरा करने नहीं आए और न ही कोई समाधान करने आए. इतना ही नहीं मौहले की स्ट्रीट लाइट नहीं चलती हैं. इलेक्शंस के समय ढोंग करने के लिए 5 साल में अब जाकर नालियों का मलबा ऊपर-ऊपर से उठाया जा रहा है.


पूर्व पार्षद के समर्थकों ने की शो भंग करने की कोशिश


आपको बता दें कि कर्दमपुरी में पूर्व पार्षद आम आदमी पार्टी से है. आज ज़ी मीडिया का स्पेशल शो दिल्ली के कर्दमपुरी जब पहुंचा तो लोगों ने चौपाल में अपनी समस्याएं बतानी शुरू की, जैसे ही चुनावी चौराहा शो अपनी समाप्ति की ओर था, तभी कुछ युवक वीडियो बनाते और जनता से लड़ाई करते हुए दिखाई दिए. दरअसल, जनता ने पूर्व पार्षद पर भेद भाव के आरोप लगाए थे और साथ ये भी कहा था कि पार्षद के पास किसी समस्या को लेकर जाओ, तो वो बदले में कहता है कि  जब वोट नहीं दिया तो काम भी नहीं होगा. लोगों को ऐसा कहते देख पूर्व पार्षद के कुछ समर्थक जनता को ये सब कहते हुए रोकने लगे और टीम से भी बहस करने लगे.