Delhi News: बसों में सफर पड़ सकता है महंगा! एक झटके में मोबाइल चोरी करता है ये गैंग
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Delhi News: बसों में सफर पड़ सकता है महंगा! एक झटके में मोबाइल चोरी करता है ये गैंग

Delhi News: पुलिस की पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि ये लोग ज्यादातर भीड़-भाड़ वाले बसों को वारदात के लिए अंजाम करते थे. उन्होंने बताया कि इनके पीछे इनका ऑटो चल रहा होता था. इसलिए ये चोरी करने के बाद उतरकर ऑटो में बैठ जाते थे.

Delhi News: बसों में सफर पड़ सकता है महंगा! एक झटके में मोबाइल चोरी करता है ये गैंग

Delhi News: दिल्ली में बस की सफर करने वालों को सावधान होने की जरूरत है. दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने एक मोबाइल स्नेचिंग गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गैंग के मास्टरमाइंट सहित उसके कई साथियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरपियों के पास से 62 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. यह पिछले एक साल से मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे.

मोबाइल स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने एक मोबाइल स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश किया है. इस गैंग के मास्टरमाइंट सहित अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की गई है, जिनकी पहचान राजेश राठौड़ और सनी उर्फ कट्टा के रूप में हुई है. राजेश दिल्लली पुलिस का एक घोषित अपराधी है. वह करीब 25 लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट के तहत कई एक्ट्स में शामिल रहा है. साथ ही राजेश का साथी सन्नी भी 8 वारदातों में भी अंजाम दे चुका है.

अपराधियों को पकड़ने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि इन अपराधियों को पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ा था. उन्होंने बताया कि टेक्निकल सर्विलांस के साथ कई पुलिस की टीम ने दर्जनों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. इसके बाद राजेश को महरौली बदरपुर रोड से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से 30 मोबाइल फोन बरामद हुए. पुलिस की पूछताछ में उसने जानकारी दी कि उसका एक साथी संजय गोविंदपुरी में रहता है. इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर संजय को गिरफ्तार कर लिया.

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भीड़भाड़ वाले बसों में करते थे चोरी
दोनों की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने इस दोनों से पूछताछ शुरू की तो इन्होंने बताया कि ये लोग ज्यादातर भीड़-भाड़ वाले बसों को वारदात के लिए अंजाम करते थे. उन्होंने बताया कि इनके पीछे इनका ऑटो चल रहा होता था. इसलिए ये चोरी करने के बाद उतरकर ऑटो में बैठ जाते थे. वहीं उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल में उन्होंने 100 से ज्यादा मोबाइल लोगों के पॉकेट से निकाल चुके हैं.