Delhi-NCR से मथुरा-वृंदावन का सफर होगा आसान, यमुना एक्सप्रेसवे में बनेगा 6KM का Greenfield Expressway
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Delhi-NCR से मथुरा-वृंदावन का सफर होगा आसान, यमुना एक्सप्रेसवे में बनेगा 6KM का Greenfield Expressway

Delhi-NCR से मथुरा-वृंदावन का सफर अब बेहद आसान हो जाएगा, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) यमुना एक्सप्रेसवे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए 6KM का Greenfield Expressway बनाने जा रहा है. 

Delhi-NCR से मथुरा-वृंदावन का सफर होगा आसान, यमुना एक्सप्रेसवे में बनेगा 6KM का Greenfield Expressway

नोएडा: दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहने वालों के लिए अच्छी खबर है, अब बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचने के लिए लंबा सफर नहीं तय करना पड़ेगा. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) यमुना एक्सप्रेसवे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए 6KM का Greenfield Expressway बनाने जा रहा है. 

मथुरा वृंदावन भारतीय संस्कृति का एक बहुत बड़ा केंद्र है, यहां पर 1200 हेक्टेयर में एक हेरीटेज कॉरीडोर बनाने की योजना स्वीकृत की गई है. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) यमुना एक्सप्रेस वे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने जा रहा है, जो 100 मीटर चौड़ा होगा. 

यीडा के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे मथुरा के बृज क्षेत्र को दिखाने के लिए एक पूरा एरिया विकसित किया जा रहा है. वृंदावन से जुड़ी हुई और मथुरा से जुड़ी हुई जो हमारी सांस्कृतिक,फिलोसॉफिकल धरोहर है उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा रही है.

मथुरा में यमुना प्राधिकरण का एक अर्बन नोट स्वीकृत हुआ है, उसको राया अर्बन नोट कहते है जिसके अनुसार वहां पर एक हेरिटेज कॉरिडोर बनाने की योजना है. इसकी ग्लोबल ट्रेंडिंग होगी और पीपीपी मोड पर होगा. एक्सप्रेस वे का पूरा खर्चा प्राधिकरण वहन करेगा और जो पीपीपी डेवलपर होगा बाकी चीजें उसके द्वारा की जाएंगी.  इसके लिए जमीन प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी. यमुना एक्सप्रेसवे से बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए छह किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनेगा. ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे म्यूजियम के साथ-साथ द्वापर काल जो गांव थे जैसे-नंदगांव, बरसाना, गोकुल भी विकसित होंगे, जो पूरी तरह से श्रीकृष्ण के जीवन की झलकियां दर्शाएंगे.

वृंदावन को तालाबों का शहर भी कहा जाता है, यहां पर विभिन्न प्रकार के तलाब भी विकसित किए जाएंगे. यह सब सड़क के किनारे होगा. लोग इसे पैदल और अपने वाहनों से भी जाकर देख सकेंगे. इसका मकसद भारतीय संस्कृति को लोगों तक पहुंचाना होगा.

डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि इसके अलावा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कांसेप्ट है. साथ ही कथा वाचनालय केंद्र बनेंगे, जहां पर कोई भी जाकर भागवत कथा सुन सकेगा. यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पहले बांके बिहारी मंदिर को और इसी से एक मार्ग निकालकर द्वारकाधीश मंदिर को जोड़ा जाएगा. इसको जोड़ने से लोगों के लिए वृंदावन पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा और इससे पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में आसानी होगी.

यहां पार्किंग के लिए विशेष विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. मथुरा वृंदावन में वाहनों की पार्किंग की काफी समस्या है, उसको दूर करने के लिए पार्किंग का एक विशाल स्थान बनाया जा रहा है. इसके साथ ही डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे का अनुसूचित क्षेत्र 6 किलोमीटर का है, उसी 6 किलोमीटर की रेडियस में पूरा बनाया जाएगा. 900 हेक्टेयर की जमीन पर यह बनेगा.जिसकी लागत लगभग साढ़े 7000 करोड की है.

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