Delhi News: उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा के बुराड़ी वार्ड में जल जमाव की समस्या से स्थानीय लोग इसलिए परेशान हैं कि पानी से निकलती हुई दुर्गंध के चलते सांस लेने में रहागिरो को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. वहीं इस जलजमाव के चलते डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी घातक बीमारी को दावत देने वाले पनप रहे हैं. मच्छर मक्खी, कीड़े-मकोड़े समस्या का समाधान के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को लगाई गुहार, लेकिन निगम पार्षद अनिल त्यागी का आरोप है कि फ्लड विभाग की लापरवाही के चलते खाली प्लाटों में जलभराव हो रहा है, जिसके चलते स्थानीय लोग हो रहे हैं. परेशान शिकायत के बाद भी फ्लड विभाग की तरफ से कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है.


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बुराड़ी प्रधान एनक्लेव के पास यमुना पुस्ते के किनारे करीब दो एकड़ जमीन में फैला बड़े नाले का गंदा पानी, जिसके चलते स्थानीय लोग परेशान हो रहे हैं. वहीं जहां जल जमाव है, ठीक उसी के पास एक बड़ा निजी स्कूल है, जिसमें हजारों बच्चे पढ़ते हैं. इस जलभराव के चलते कई बच्चे चिकुनगुनिया, मलेरिया व कई घातक बीमारी के लगातार शिकार हो रहे हैं.


वहीं जलभराव से निकलने वाली दुर्गंध से राहगीर भी परेशान होते हैं, जिन्हें सांस लेने में कठिनाइयां होती है. तस्वीरों में दिख रहा यह नाला फ्लड विभाग के अधीन आता है. पहले इस नाले को खेतों की सिंचाई के लिए बनाया गया था, फिर यह बरसाती नाला बना और अब इसमें बुराड़ी के रिहायसी इलाके का गंदा पानी आता है, जिसकी निकासी सही तरीके से न होने के चलते यह ओवरफ्लो होता है और इसका पानी नाले के किनारे खाली पड़ी करीब दो एकड़ जमीन में भर जाता है, जिसके चलते कई बीमारियों का यहां फैलने का खतरा लगातार बन रहा है.


स्थानीय निगम पार्षद अनिल त्यागी से इस समस्या को लेकर बात की तो उन्होंने बताया कि वह समय-समय पर इस जल-जमाव में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करवाते हैं, लेकिन फ्लड विभाग की बड़ी लापरवाही इस कदर है कि वह खुद कई बार प्रशासनिक अधिकारी को पत्राचार करने के बावजूद भी इस समस्या का समाधान करने में रुचि नही ले रहे हैं. इस पानी को निकालने के लिए एक बड़ा जनरेटर जरूर लगा दिया गया है, लेकिन नाले की सही निकासी न होने के चलते पानी ओवरफ्लो होता है और खेतों में भर जाता है. इस समस्या को लेकर खुद निगम पार्षद भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं, लेकिन फ्लड विभाग के अधिकारी इस समस्या को संज्ञान में नहीं ले रहे हैं.


फिलहाल आपको बता दें कि यमुना पुस्ते के किनारे जल जमाव सिर्फ खाली पड़ी 2 एकड़ जमीन पर ही नहीं बल्कि इस गंदे नाले के चलते आसपास में कई हरे भरे खेत में प्रभावित होते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिनमें जल जमाव के चलते कई फसले नष्ट हो जाती हैं. यह तो देखने वाली बात होगी कि प्रशासनिक अधिकारी इस समस्या पर क्या संज्ञान लेते हैं, लेकिन इस समस्या के चलते स्थानीय लोग बेहद परेशान होते हुए नजर आ रहे हैं. इस समस्या का कोई समाधान स्थानीय लोगों को दिखाई नहीं दे रहा है.


Input: Nasim Ahmad